द लीडर हिंदी ,लखनऊ। मोहनलालगंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे पर खुद की पत्नी को अगवा करने का आरोप लगा है। इस संबंध में सांसद की बहू के पिता ने पुलिस कमिश्नर को एक पत्र दिया है जिसमें आरोप लगाया है कि एक सप्ताह पहले 16 जून को उनकी बेटी अंकिता तारीख पेशी पर निकली थी। इसी दौरान उसे अगवा कर लिया गया। उसकी जान को खतरा है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। वहीं भाजपा सांसद ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है।
बहराइच केहुजूरपुर निवासी आशीष सिंह ने बुधवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को एक पत्र दिया जिसमें आरोप लगाया कि उनकी बेटी अंकिता का भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष से विवाद हुआ था। इस मामले में मुकदमे की तारीख पेशी 16 जून को थी। अंकिता तारीख पेशी के लिए गई थी। पेशी के बाद उसे आगरा में रहने वाली बड़ी बहन केघर जाना था। लेकिन वह न तो वापस घर पहुंची और न ही आगरा गई। आरोप है कि उसे सांसद के बेटे आयुष ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अगवा कर लिया।
दोपहर से बंद हो गया था अंकिता का मोबाइल
पिता आशीष सिंह ने आरोप लगाया कि अंकिता का मोबाइल 16 जून की दोपहर से ही बंद हो गया था। परिवारीजनों ने काफी तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उसी रात करीब नौ बजे अंकिता ने मैसेज किया। उसने बताया कि आयुष और उसके भाई विकास किशोर, उसके दोस्त अरमान गाजी के साथ मिलकर उसे अगवा कर लिया है। इसके बाद दूसरे दिन 17 जून को बड़ी बहन को मेसेज किया कि ये लोग मुझे मार देंगे। जल्द छुड़ा लो, नहीं तो यह लोग मेरी हत्या कर देंगे। इस मेसेज के आने के बाद से पूरा परिवार परेशान हो गया। अंकिता की तलाश की गई लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
पिछले साल किया था विवाह
पिता आशीष के मुताबिक, भाजपा सांसद के बेटे आयुष ने अगस्त 2020 में उनकी बेटी अंकिता से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद उसे एक फार्म हाउस में ले जाकर रखा। जहां उसे प्रताड़ित करता था। दो मार्च आयुष ने विरोधियों को फंसाने के लिए खुद पर अंकिता के भाई आदर्श से गोली चलवाई थी। इस मामले में उसी रात पुलिस ने आदर्श को गिरफ्तार कर लिया था। आयुष फरार हो गया था। कई दिनों बाद मड़ियांव थाने समर्पण करने पहुंचा। इसी मामले की सुनवाई चल रही है।
आयुष व अंकिता दोनों से कोई वास्ता नहीं
मोहनलालगंज के भाजपा सांसद कौशल किशोर ने इस संबंध में कहा कि आयुष व अंकिता दोनों से उनका कोई लेनादेना नहीं है। मार्च में गोली कांड के बाद अंकिता ने जो किया वह जगजाहिर है। इसके बाद भी आयुष उसके साथ रहता है। इसकी जानकारी अंकिता के पिता आशीष सिंह, उसकी बहन रश्मि को भी है। उनको अंकिता हर मामले की जानकारी मोबाइल पर मेसेज के जरिए दे रही है। अंकिता के पिता मेरे विरोधियों के साथ मिलकर मेरी छवि धूमिल करना चाहते हैं। मेरे राजनीतिक विरोधी अंकिता की आड़ में पूरे परिवार को फर्जी मामलों में फंसाना चाहते हैं। इसीलिए इस तरह का आरोप लगा रहे हैं।
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जांच कर होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि आशीष सिंह के वकील कमिश्नरेट कार्यालय गए थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए पत्र दिया है जिसकी जांच कराई जा रही है। आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।