गाजा पट्टी से इजरायल ने कृषि उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध हटाया, हमास ने ढील बढ़ाने की मांग की

द लीडर हिंदी : इजरायल ने सोमवार को गाजा पट्टी से कृषि उत्पादों और वस्त्राें का निर्यात फिर से शुरू कर दिया है. उधर, चरमपंथी संगठन हमास के नेता येह्या अल-सिनवार ने इजरायल की ओर से प्रतिबंधों में दी गई ढील को पर्याप्त नहीं बताया है. उन्होंने इसे बढ़ाने की मांग की है.

इजरायल ने लगा रखे थे सख्त प्रतिबंध

न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक, इजरायल ने मई में हमास के साथ चले 11 दिनों के युद्ध संघर्ष के दौरान गाजा पट्टी पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए थे. जिससे सभी चीजों के निर्यात को प्रभावी रूप से रोक दिया गया था. पड़ोसी देश मिस्र के समर्थन से इजरायल गाजा क्रासिंग पर कड़ा नियंत्रण रखता है. मिस्र की मध्यस्थता में हुए संघर्ष विराम के बाद इजरायल ने सोमवार को उसके क्षेत्र के माध्यम से कुछ निर्यात की अनुमति दे दी है.

इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने संघर्ष समाप्ति के बाद पहली बार निर्णय लिया है कि गाजा पट्टी से कृषि उत्पादों के सीमित निर्यात को शुरू किया जाए. इसे इजरायल के नए प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट की सरकार ने अनुमोदित कर दिया है.

गाजा में कृषि उत्पाद और वस्त्रों का निर्यात शुरू – रायटर

गाजा सीमा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल ने दो से तीन दिन तक प्रतिबंधों में ढील दी है. इसके तहत कृषि से संबंधित वस्तुओं और कुछ वस्त्रों के निर्यात पर ढील लागू रहेगी.


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सीज फायर का उल्लंघन कर किया था गाजा पर हमला

बता दें कि मिस्र और संयुक्त राष्ट्र ने पिछले दिनों इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्ष के बाद मध्यस्थता की थी. जिसके बाद दोनों पक्ष संघर्ष विराम के लिए तैयार हो गए थे. लेकिन गाजा पट्टी की ओर से हमास ने आग लगाने वाले गुब्बारे भेजे तो इजरायल ने सीज फायर का उल्लंघन करते हुए हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच एक फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया था.

गाजा में कृषि उत्पाद और वस्त्रों का निर्यात शुरू होने पर ट्रकों की निगरानी करती फलिस्तीनी पुलिस – रायटर

यूएन के दूत से हमास नेता की मुलाकात

हमास के नेता सिनवार ने गाजा में संयुक्त राष्ट्र में मध्य पूर्व के दूत टोर वेनेसलैंड के साथ मुलाकात की. इस दौरान हमास की ओर से इजरायल पर कतर से मिलने वाली आर्थिक सहायता को दूर रखने का आरोप लगाया. जिसकी वजह से हाल के वर्षों में गाजा के पुनर्निर्माण की परियोजनाओं को करोड़ों डॉलर की मदद नहीं मिल सकी. सिनवार ने कहा कि, “ऐसा लगता है कि इजरायल ने हमारे संदेश को समझा नहीं है. ऐसे में हमें दबाव बनाने के लिए लोकप्रिय प्रतिरोध करने की आवश्यकता हो सकती है.


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इजरायल ने फिर दी चेतावनी

इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट के कार्यालय ने सिनवार के आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं दी है. प्रधानमंत्री बेनेट ने रविवार को कहा था कि इजरायल शत्रुता की बहाली को बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने हमास के अलावा अन्य चरमपंथी संगठनों के पिछले हमलों पर चेतावानी देते हुए कहा, “हम कुछ रॉकेट भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम अलग हुए गुटों के प्रति सहनशीलता नहीं दिखाएंगे और न ही संयम बरतेंगे. हमारा धैर्य खत्म हो गया है.

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