गाजियाबाद। यूपी के एनसीआर से सटे जिलों में 18 से 44 साल के उम्र वाले लोगों का टीकाकरण आज से शुरू हो चुका है। राज्य में केन्द्र के ऐलान के 10 दिन बाद टीकाकरण शुरू हो पाया है।
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यूपी में वैक्सीन लगवाने के लिए लोकल एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है। दिल्ली से सटे दो जिलों नोएडा और गाजियाबाद में रोजाना 5000-6000 लोगों को कोरोना का टीका लगाने वाला लक्ष्य रखा गया है।
वैक्सीनेशन के लिए लोकल एड्रेस होना जरूरी
राज्य की सभी सरकारी बेवसाइट्स जिनमें कोरोना का टीकाकरण के लिए बुकिंग की सुविधा दी गई है। उन सभी साइट्स में सिर्फ यूपी के निवासियों के लिए टीके के लिए स्लॉट बुकिंग की सुविधा दी गई है। वैक्सीनेशन के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस , राशन कार्ड और वोटर कार्ड आदि जैसे एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है।
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हालांकि, केन्द्र सरकार ने इस तरह क्षेत्र के आधार पर वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुकिंग जरूरी नहीं किया है। किसी भी राज्य का कोई भी व्यक्ति को-विन एप पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है और पिन कोड के आधार पर वह टीका लगवाने के लिए स्लॉट बुक करा सकता है।
यूपी के लोगों को नहीं लग पा रही थी वैक्सीन
नेशनल हेल्थ मिशन के डायरेक्टर की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि, जिन जिलों में एक मई से वैक्सीनेशन जारी है। उन्होंने राज्य सरकार को सूचित किया है कि, बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके चलते यूपी के लोगों को वैक्सीन नहीं लग पा रही है।
यूपी वालों के लिए खरीदी गईं हैं वैक्सीन- NHM डायरेक्टर
NHM डायरेक्टर की तऱफ से जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों के लिए वैक्सीन खरीदी है और राज्य सरकार ने खुद ही अपने पैसे ये वैक्सीन आर्डर कर मंगाई हैं। इसलिए सिर्फ राज्य के लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी।
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किसी भी व्यक्ति को कोरोना का टीका लगाने से पहले यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जो व्यक्ति सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचा है, वह यूपी का निवासी होना जरूरी है।