लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिला कारागार में बंद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को लखनऊ मेदान्ता हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। सीओ सहित कई थानों की पुलिस फोर्स की निगरानी में सांसद आजम खां और उनके बेटे को एम्बुलेंस ली मदद से लखनऊ भेजा गया था।जानकारी के मुताबिक, बीती 1 मई को आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी, जिसके बाद से ही आजम खां की तबियत बिगड़ने लगी थी। जेल प्रशासन के मुताबिम आजम खां और उनके बेटे को सीतापुर सीएमओ की रिपोर्ट के आधार पर दोनों को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ शिफ्ट किया गया हैं।
सपा सांसद आजम खां और उनका बेटा अब्दुल्ला आजम खां पिछले 14 महीनों से सीतापुर जिला कारागार में बंद है। कोरोना संक्रमण के दौरान बीती 28 अप्रैल को बुखार की शिकायत पर जेल प्रशासन ने आजम खां और बेटे सहित अन्य बंदियों का एंटीजन टेस्ट करवाया था, जिसमें आजम खां और उनका बेटा पॉजिटिव पाए गए थे और जिसके बाद वह आरटीपीसीआर में भी पॉजिटिव पाये गए थे। बीती 1 मई को आजम खां की हालत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ के केजीएमयू हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू की गई और सभी तैयारियां पूरी भी हो गयी थी। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 1 मई की शाम से देर रात तक जेल के अंदर आजम खां को मनाने की कोशिशें चलती रहीं और आखिरकार 3 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद आजम खां ने लखनऊ हॉस्पिटल जाने से मना कर दिया और उनकी सुरक्षा में लगी फोर्स और एम्बुलेंस बैरंग लौट गई। बताते हैं कि आजम दिल्ली एम्स जाने की मांग कर रहे थे।
रविवार को फिर बिगड़ी आजम की हालत
रविवार को फिर आजम खां की हालत बिगड़ने की खबर आई, जिसके चलते जेल प्रशासन ने लखनऊ स्थित मेदान्ता हॉस्पिटल शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया। जेलर आरएस यादव का कहना है कि सीतापुर सीएमओ की रिपोर्ट के आधार पर ही आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को अडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस के जरिए मेदान्ता भेजा गया हैं। जेल प्रशासन का कहना हैं कि डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद ही दोनों को लखनऊ शिफ्ट करने की योजना बनायी गई थी और उन्हें मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कर दिया गया ।