खाने-पीने के शौकीन हम सब होते है, लेकिन क्या आपने सोचा है अगर खाने-पीने वाली चीजों में मिलावट हो या ये पता चले कि आप जो खा रहे है, उससे आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है. क्यूंकि आजकल खाने-पीने की चीजों में मिलावट आम बात है. एक ऐसा ही मामला अलीगढ से सामने आया है. लेकिन हैरानी तो तब हुई जब खुलासा हुआ. चलिए आपको बताते है कि पूरा मामला क्या है?
बता दे अलीगढ़ में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिसने सबको हैरान कर दिया है. क्यूंकि मामला ही कुछ ऐसा था, आपको बता दे ये मामला हम सबकी सेहत से जुड़ा हुआ है. अलीगढ में जब खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की एक टीम ने कई दुकानों में छापा मारा तो मानो सबकी आंखें खुली की खुली रह गयी. क्यूंकि एक आटा मिल में जब FSDA की टीम पहुंची तो उस आटे में पत्थर का चूर्ण पाया गया.
FSDA की टीम ने यहां से 400 किलोग्राम से अधिक पत्थर का चूर्ण बरामद किया। आपको बता दे आटे के पैकेट में पत्थर का चूर्ण मिलाया जा रहा था. वही सिर्फ अलीगढ में नहीं मिलावटी का काम खाद्य पदार्थ में कानपुर से लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हो रहा है.
आपको बता दे उत्तर प्रदेश में मिलावट का काम लगातार चल रहा है. फिर वो चाहे अलीगढ हो या कानपुर हो या फिर बीते दिन लखनऊ में हुई फ़ास्ट फ़ूड में मिलावट की खबर ने सभी को हैरान कर दिया, आपको बता दे गोल्डी-अशोक मसाले समेत 16 कंपनियों के मसाले खाने लायक न होने की भी बात सामने आयी है. FSDA की टीम ने कहा है कि ये कंपनियां 5-10 रुपए के छोटे पैकेट्स बनाते हैं, इन पैकेट्स का इस्तेमाल अधिकतर कम आय वर्ग वाले परिवारों में होता है.
ऐसे में इन सब्जी मसालों में कीड़े और पेस्टिसाइट्स मिला है, जिसके बाद से टीम ने इस मसलों की बिक्री पर रोक लगा दी है. वही बीते दिनों लखनऊ में मिलावट का खुलासा करते हुए FSDA की टीम ने यहाँ फास्ट फ़ूड में ग्रीन कलर होने की बात की है. जिसके बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए दुकानदारों के चालान करने के साथ नोटिस भी दी गयी है.