द लीडर हिंदी : राजधानी दिल्ली के इंद्रलोक में शुक्रवार 8 मार्च को नमाज़ियों पर दारोग़ा के लात मारने की घटना को पांच दिन बीत गए. यह वही घटना है, जिसे लेकर चौतरफ़ा निंदा हुई. दिल्ली पुलिस ने अपने इस दारोग़ा को घटना वाले दिन ही सस्पेंड कर दिया. यह भी आश्वस्त किया कि कड़ी कार्रवाई होगी. दारोग़ा की हरकत पर विरोेध के स्वर आपने ख़ूब सुने होंगे.
अब आपको बता दें कि बरेली में दारोगा के पक्ष में हिमायत की आवाज़ उठी है. गुरुवार को यहां कुछ युवक कलेक्ट्रेट पहुंचे. वो नारे लगा रहे थे, एसआई मनोज कुमार तोमर का निलंबन वापस लो. नारों के समर्थन में स्लोगन वाली तख़्तियां भी पकड़ रखी थीं. वे ख़ुद को शिवसेना शिंदे गुट का शिवसैनिक बता रहे थे.
बता दें आज शिवसेना शिंदे गुट ने कलेक्ट्रेट पर दरोग़ा के लिए प्रदर्शन किया. और दारोगा को बहाल करके राष्ट्रपति पदक दिए जाने की आवाज़ उठाई. साथ ही शिवसेना गुट ने गृहमंत्री अमित शाह को मांग पूरी करने वाला ज्ञापन भेजा है. इस दौरान शिवसेना के गुट ने द्वारा प्रदर्शन करने वालों ने दारोग़ा मनोज तोमर को सही ठहराया.उनका कहना था दिल्ली में सड़क पर नमाज़ पढ़ने वालों पर कार्रवाई हो.
8 मार्च को दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में सड़क पर नमाज अदा कर रहे लोगों के साथ एक पुलिसवाले ने बदसलूकी की थी. इस घटना के बाद से ही लोगों में जहां रोष दिखाई दिया. तो वही बरेली में पुलिसवाले की हिमायत में शिवसेना उतर आई है.