मोदी की अपील – कुम्भ को अब प्रतीकात्मक ही रखें, ज्यादातर संतो ने किया स्वागत

0
510

 

 

द लीडर हरिद्वार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरिद्वार कुंभ के बाकी शाही स्नानों को प्रतीकात्मक करने के आह्वान किया है। इस अपील का हरिद्वार के तमान संत महात्माओं ने स्वागत किया है ।
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, निरंजनी अखाड़ा के आचार महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री महंत हरि गिरि, निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रविंद्र पुरी, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद और शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आनंद भारती ने प्रधानमंत्री के आह्वान का स्वागत किया और इसे राष्ट्र, काल और परिस्थिति के अनुरूप बताया। संतों ने कहा कि यह समय देश और देशवासियों की रक्षा का समय है। कोरोना से बचाव के लिए समस्त उपाय करने की आवश्यकता है और यह हम सभी की जिम्मेदारी है। हम केवल सरकार के भरोसे रहकर संकट की इस घड़ी से सफलतापूर्वक बाहर नहीं आ सकते। हमें सरकार का हर सहयोग करना होगा और कोविड-19 के लिए बनाए गए सभी नियमों प्रोटोकॉल का अनिवार्य पालन करना होगा । संत महात्माओं ने आम जनमानस का आवाहन किया
कि वह जागरूक बने और अपनी जिम्मेदारियों को समझें और कोविड-19 अनिवार्य पालन करें।
निरंजनी औऱ आनंद अखाड़े पहले ही प्रतिकात्मन शाही स्नान की घोषणा कर चुके हैं। दोनों अखाड़ों ने अपनी छावनियों हटा ली हैं और बाहर से आये संतों को वापस भेज दिया है।

इसके विपरीत तीनों बैरागी अखाड़ों का कहना है कि मुख्य स्नान अभी बाकी है और वह पूरी शान ओ शौकत के साथ शाही स्नान करेंगे। निर्मोही, निर्वाणी और दिगंबर बैरागी अखाड़ों के अध्यक्ष श्री महंत राजेंद्र दास, श्रीमहंत धर्मदास और श्री महंत कृष्ण दास ने आरोप लगाया कि निरंजनी और आनंद अखाड़े ने इस मामले में बैरागी अखाड़ों के साथ धोखा किया है, उन्होंने इसके लिए सार्वजनिक माफी मांगने की मांग भी की।
ज्योतिष और शारदा द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के शिष्य और उनके प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि उनके सभी शाही स्नान होंगे और कुंभ अपनी निर्धारित अवधि तक चलेगा |

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here