The Leader Hindi: बारह हजार वर्ग मीटर में बरेली जंक्शन का विस्तार, रेल विकास निगम लिमिटेड ने सर्वे पूरा करने के साथ ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है। जल्द ही इसको रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। उसके बाद जंक्शन के पुराने भवन को नए सिरे से बनाया जाएगा।
अगले कई वर्षों की जरूरतों को देखते हुए बरेली जंक्शन पर छह की जगह 10 प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। कोचिंग डिपो बनेगा। यार्ड की लंबाई और सिक लाइनों की संख्या में इजाफा होगा।साथ ही इसको नाथ कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। त्रिशूल व डमरू भी चौराहों पर लगाए जाएंगे। यात्रियों को अत्याधुनिक प्रतीक्षालय के साथ ही मॉल, पार्किंग और रेस्टोरेंट की बेहतर सुविधा मिलेगी।
आपको बता दे कि ए-प्लस ग्रेड के स्टेशनों की लिस्ट में शुमार बरेली जंक्शन से रोजाना लगभग 90 ट्रेनें गुजरती हैं। इसलिए रेलवे मंत्रालय ए-प्लस ग्रेड के स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने की तैयारी में है। जंक्शन के पुराने भवन के स्थान पर प्लेटफार्म और वर्तमान में बाहर के सर्कुलेटिंग एरिया में नया भवन बनेगा। जीआरपी और आरपीएफ थानों के लिए अलग भवन प्रस्तावित हैं। रेल विकास निगम लिमिटेड की ओर से नामित एजेंसियां सर्वे भी कर चुकी हैं। साथ ही इंजीनियरिंग विभाग ने प्रस्तावित मानचित्र पर काम शुरू कर दिया है।
आपको बता दे कि जंक्शन पर फिलहाल छह प्लेटफार्म हैं। इनमें प्लेटफार्म नंबर पांच और छह पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के हैं। इन प्लेटफार्म से लालकुआं, काशीपुर, टनकपुर, बदायूं, कासगंज, मथुरा और आगरा की ट्रेनों का संचालन होता है। एक से चार नंबर प्लेटफार्म उत्तर रेलवे मुरादाबाद रेल मंडल के अन्तर्गत आते हैं इसके अलावा जंक्शन पर रोजाना औसतन 30 से 35 हजार यात्रियों का आना-जाना होता है।
अधिकारियों के मुताबिक 20 किमी लंबे रूट के लिए कार्यदायी संस्था राइट्स के साथ 1.16 करोड़ रुपये में बीडीए का अनुबंध हो चुका है। इस रकम से राइट्स डीपीआर तैयार करेगी। लाइट मेट्रो चलाने के लिए करीब पांच हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह ने बताया कि राइट्स टीम अभी सर्वे कर रही है।
एडीईएन आयुष चतुर्वेदी ने बताया कि बरेली जंक्शन का विस्तार प्रस्तावित है। प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाई जानी है। भवन भी नया बनाया जाएगा। करीब 12 हजार वर्ग मीटर में जंक्शन का विस्तार होना है। इस दिशा में प्रारंभिक कार्य चल रहे हैं।