
द लीडर हिंदी: दिल्ली में जब समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देने का ऐलान किया, तो राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। इस फैसले के बाद इंडिया गठबंधन में फूट पड़ने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। सवाल उठने लगे कि आखिर सपा ने कांग्रेस को किनारे करके आप को क्यों समर्थन दिया। अब अखिलेश यादव ने खुद इन सवालों का जवाब दिया है।
अखिलेश यादव का बयान- दिल्ली में आप मजबूत है
हरिद्वार में मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “दिल्ली में आम आदमी पार्टी बहुत मजबूत स्थिति में है, इसीलिए हमने उन्हें समर्थन देने का निर्णय लिया।” इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इंडिया गठबंधन पूरी तरह से बरकरार है। अखिलेश ने बताया, “जब इंडिया गठबंधन का गठन हो रहा था, तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सपा सहित तमाम दलों से बातचीत की थी, जिसमें यह तय हुआ था कि हर क्षेत्रीय दल जहां मजबूत है, वहीं उसे इस गठबंधन में और मजबूत किया जाएगा।”
बीजेपी को हराना ही है मकसद
अखिलेश यादव ने कहा, “हमारा एक ही मकसद है, और वह है भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराना।” उन्होंने यह भी कहा कि जो क्षेत्रीय दल बीजेपी से मुकाबला कर रहे हैं, उन्हें एकजुट होकर उनकी मदद करनी चाहिए।
कांग्रेस की नाराजगी आई सामने
जब सपा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया, तो कांग्रेस ने इस पर अपनी नाराजगी जताई। कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा, “जहां कांग्रेस कमजोर होती है, वहीं सपा आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी हो जाती है।” संदीप दीक्षित दिल्ली की नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद राजनीति में कई सवाल उठने लगे हैं और गठबंधन की स्थिरता पर भी चर्चा शुरू हो गई है।