आखिर किसने भगाया, किसने धमकाया अदार पूनावाला को!

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द लीडर डेस्क : कौन हैं भारत के वे सबसे शक्तिशाली लोगों में शामिल शख्स जिनकीं धमकियों के डर से भारत में ऑक्सफोर्ड/ एस्ट्राजेनिका की कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन कर रही सीरम इंडिया के मालिक अदार पूनावाला को परिवार सहित लंदन भागना पड़ा?  लंदन के द टाइम्स में उनका इंटरव्यू छपने के बाद ये सनसनीखेज सवाल भारत ही नहीं दुनिया में तैर रहा है।

फोन उठाने में भी डर लग रहा

पूनावाला बता रहे हैं ऐसे लोगों में मुख्यमंत्री, कुछ दूसरे बड़े नेता ही नहीं उद्योग जगत से जुड़े लोग हैं। धमकियों से वह इस कदर घबड़ा गए हैं कि उन्हें फोन उठाने में भी डर लग रहा है। ये वाक्य सबसे ज्यादा चिंता में डालने वाला है कि ‘ आप नहीं जानते वे क्या क्या कर सकते हैं।’

भारतीय राजनीति और प्रभामंडल वाली जुंडली में ऐसे कुछ खौफनाक चेहरे हाल के वर्षों में सामने आये हैं। छोटे से बड़े नेताओं की बेअंदाजी की किस्से तो बीच बीच में सुर्खियां बनते रहते हैं। पिछले कुछ वर्षों में ये सिलसिला भी बढ़ा है।

कोरोना महामारी की दूसरी विनाशकारी लहर के बीच अदार पूनावाला का अब देश के बाहर कारोबार क़रने की बात कोई छोटी घटना नहीं है । वह कह रहे हैं सब भार उनके सर पड़ रहा जबकि यह काम अकेले के वश का नहीं है। तो क्या उन्होंने कोई और स्टेक होल्डर भी तलाश लिए हैं ?

‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई
पूनावाला को भारत सरकार की तरफ से इसी हफ्ते ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। भारतीय अधिकारी मानते हैं कि पूनावाला को संभावित खतरों को देखते हुए सुरक्षा दी गई। देश में किसी भी जगह उनके साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान उनकी सुरक्षा में होंगे। इनमें 4-5 कमांडों होंगे। तो क्या धमकियों का सिलसिला काफी समय से चल रहा था?
पूनावाला ने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति की मांग को लेकर भारत के सबसे शक्तिशाली लोगों में से कुछ ने उनसे फोन पर उग्रतापूर्वक बातें की हैं। इस दवाब के चलते ही वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लंदन आ गए हैं।

पूनावाला ने कहा, कि फोन कॉल्स सबसे बुरी चीज है. मुझे लगातार धमकी भरे फोन आ रहे थे। ‘ये सभी फोन भारत के प्रभावशाली लोगों की तरफ से आ रहे हैं.

कॉल करने वालों में भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री, इंडस्ट्री चैंबर्स के प्रमुख और कई प्रभावशाली हस्तियां शामिल हैं. ये लोग फोन पर कोविशील्ड वैक्सीन की तत्काल आपूर्ति की मांग करते हैं.’ उन्होंने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन पाने की उम्मीद और आक्रामकता का लेवल भारी है। हर किसी को यह सबसे पहले चाहिए।

पूनावाला ने कहा, ‘मैं यहां (लंदन) तय समय से अधिक रूक रहा हूं, क्योंकि मैं उस स्थिति में वापस नहीं जाना चाहता। सब कुछ मेरे कंधों पर पड़ गया है, लेकिन मैं इसे अकेले नहीं कर सकता… मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता। आप अंदाज नहीं लगा सकते कि बदले में वे क्या करेंगे।’

उन्होंने इंटरव्यू में संकेत दिया कि उनकी लंदन यात्रा भारत के बाहर वैक्सीन निर्माण बढ़ाने की व्यावसायिक योजनाओं से भी जुड़ी हुई है और लंदन उनकी पसंद में शामिल हो सकता है। पूनावाला ने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में एक घोषणा होने जा रही है।’

इस बीच अदार पूनावाला ने कंपनी के पार्टनर्स और स्टेकहोल्डर्स से ब्रिटेन में मीटिंग की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा,’हमारे पार्टनर्स और स्टेकहोल्डर्स के साथ यूके में मीटिंग शानदार रही। पुणे में कोविडशील्ड का उत्पादन जोरों पर है. मैं कुछ दिन में वापस आने पर वैक्सीन उत्पादन की समीक्षा करूंगा.’

ऐसा लगता है इन फ़ोन करने वाले बड़े लोगों ने उनसे उनके मुनाफे पर भी बात की और शायद ब्लैकमेल भी किया। इसका जिक्र किये बिना उनका कहना था कि हम दुनिया में सबसे सस्ती वैक्सीन बना रहे हैं । उनका कहना था कि भारत की प्रति अपनी जिम्मेदारी से वह वाकिफ हैं लेकिन उन्हें दुनिया की भी फिक्र है।

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