The leader. भारतीय टीम एशिया कप-2022 के सुपर-4 में पहुंच तो गई लेकिन हांगकांग ने मज़बूत टीम के सामने जिस तरह का खेल दिखाया उसकी तारीफ़ सभी कर रहे हैं. 192 रन के जवाब में हांगकांग का 152 रन तक पहुंचना और वो भी पांच विकेट के नुक़सान पर बताता है कि यह टीम आगे और अच्छा परफॉर्म करने जा रही है. ख़ैर भारत के लिए संतोष की बात यह है कि पूर्व कप्तान विराट कोहली का फॉर्म लौट आया है. उन्होंने 44 गेंद पर नाबाद 59 रन का पारी खेलकर यही बताने का प्रयास किया है. पारी के दौरान उनके बल्ले से निकले तीन छक्के इस बात का सुबूत भी दे गए लेकिन इसके बावजूद कोहली सामने खेल रहे सूर्य कुमार यादव के मुरीद हो गए. इसलिए क्योंकि भारत के इस चमकते जा रहे सितारे ने पारी के अंतिम ओवर में चार छक्के ठोंक दिए.
भारत की हांगकांग पर 40 रन की जीत के साथ ही कप्तान रोहित शर्मा टी-20 में 3500 रन तक पहुंचकर ही मार्टिन गुप्तिल के सर्वाधिक 3487 रन के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया. बावजूद इसके उनका एक बार फिर सस्ते में आउट हो जाना भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है. एशिया कप के दूसरे मैच में राहत की बात यह रही कि कोहली पुरानी लय में आते दिखे. मैच की एक ख़ास बात यह भी रही कि जिस तरह उन्होंने सूर्य कुमार यादव के शानदार छक्कों पर उनका झुककर सलाम करके हौसला बढ़ाया, वो अंदाज़ क़ाबिले तारीफ़ रहा, इसलिए भी कि 2020 के आइपीएल मुक़ाबले में कोहली सूर्य को आंखें दिखाने को लेकर ट्रोल हुए थे. उस मैच में सूर्य ने 79 रन की शानदार पारी खेलकर मुंबई को जिता दिया था. कोहली की टीम को हार का सामना करना पड़ गया था. अब हांगकांग से मैच के दौरान जिस तरह कोहली ने सूर्य को झुककर सलाम किया, उससे घूरकर देखने का दाग़ भी धुल गया. बतौर सीनियर कोहली ने खेल भावना का एक शानदार उदाहरण पेश किया है. यह नये क्रिकेटर के लिए सीख भी है.
मैच की एक और अहम बात भी जान लीजिए. रवींद्र जडेजा ने भारत को फ्री हिट पर विकेट दिला दिया. पाइंट पर फील्डिंग कर रहे जडेजा ने नज़ाकत ख़ान को बुलेट थ्रो से स्टंप उखाड़कर रन आउट कर दिया. थ्रो इतनी तेज़ी से आया कि नज़ाकत क्रीज के अंदर पैर नहीं कर सके. थर्ड अंपायर ने रिप्ले देखने के बाद फैसला सुनाया. टी-20 के एक्सपर्ट समझे जाने वाले भारतीय युवा गेंदबाज़ आवेश ख़ान ने इस मैच में भी निराश किया. हांगकांग जैसी कमज़ोर टीम के सामने 4 ओवर में 53 रन लुटा दिए. एक विकेट तो मिला लेकिन सबसे महंगे साबित हुए. भुवनेश्वर कुमार ने एक फिर कसी हुई गेंदबाजी की. तीन ओवर में 15 रन खर्च करके एक खिलाड़ी को आउट किया. छह साल बाद एक बार फिर से कोहली भी गेंदबाज़ी करते नज़र आए. रोहित ने उनसे एक ओवर कराया, जिसमें छह रन दिए लेकिन विकेट नहीं मिला. विराट ने 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में गेंदबाजी करते हुए एक विकेट लिया था लेकिन भारत को हार का सामना करना पड़ा था.