लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है. यूपी में भी इसके कई मामले सामने आ रहे हैं. गुरुवार को कुछ मरीजों की इससे मौत भी हुई है.
यह भी पढ़े: UP में घटा संक्रमण, 24 घंटे में 7,735 नए केस, सरकार का दावा- दूसरी लहर पर पाया कंट्रोल
कई राज्यों में ब्लैक फंगस ने बढ़ाई चिंता
देश में कोरोना के मामलों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि, कोरोना के कारण हो रही मौतें अभी भी चिंता का विषय है. उधर, कोरोना महामारी के दौरान ब्लैक फंगस ने चिंताएं और बढ़ा दी है. यही वजह है कि कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है.
ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाला 8वां राज्य बना यूपी
यूपी ने भी इसे महामारी घोषित किया है. ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने वाला यूपी आठवां राज्य है. इससे पहले गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, असम, ओडिशा, पंजाब और चंडीगढ़ इसे महामारी घोषित कर चुके हैं.
यह भी पढ़े: PM मोदी ने की डॉक्टरों और फ्रंटलाइन वर्कर की तारीफ, कहा- ब्लैक फंगस की एक और नई चुनौती
ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ रही
दरअसल, यूपी में ब्लैक फंगस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी लखनऊ में भी ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. गुरुवार को इसके कारण चार मरीजों की मौत भी हो गई.
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने का आग्रह कर चुका है. इसमें कहा गया है कि, केंद्र ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत ब्लैक फंगस को नोटिफाइड डिजीज श्रेणी में डाला जाए. ये कोरोना मरीजों की मौत का कारण बन रहा है.
गाइडलाइंस का पालन करने की अपील
स्वास्थ मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने अपनी चिट्टी में कहा कि, हाल के दिनों में कवक संक्रमण के रूप में एक नई चुनौती सामने आई है, जिसका नाम म्यूकोरमायकोसिस है और कई राज्यों में कोरोना के मरीज इसके प्रभाव में हैं.
यह भी पढ़े: यूपी में तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू, जिला अस्पताल में बच्चों के लिए बेड आरक्षित
चिट्ठी में कहा गया कि, इस बीमारी के लक्षण वाले और कंफर्म मामलों की जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को दी जाए. वहीं इसके इलाज के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की तरफ से जारी गाइडलाइंस का पालन किया जाए.