द लीडर : यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आठवां दिन है. हज़ारों भारतीय छात्र अभी भी खारकीव और कीव शहर में फंसे हैं. इस बीच रूस, यूक्रेन के शहरी इलाकों को निशाना बनाने लगा है. जंग के भयावह हालात में फंसे भारतीय छात्रों को यूक्रेन से कैसे निकाला जाए. ये चुनौती बनी है. भारत सरकार, ऑपरेशन गंगा अभियान चला रही है. जिसके तहत हज़ारों छात्र, जो यूक्रेन से भागकर रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, मोलडोवा पहुंचे थे. उन्हें भारत लाया गया है. (Ukraine War Indian Students)
गुरुवार को विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति ने एक बैठक की. जिसमें विदेशी मंत्री एस जयंशकर के अलावा विपक्षी दलों के सांसद भी शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शशि थरूर और आनंद शर्मा भी हिस्सा लिया. विदेशी मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि, बैठक सफल रही. भारतीय छात्रों को यूक्रेन से वापस लाने पर सर्वसम्मति से सभी ने मजबूत संदेश दिया है.
हालांकि इस बीच यूक्रेन के खारकीव और कीव शहरों से भारतीय छात्रों के वीडियो सामने आ रहे हैं. वे फौरीतौर पर उन्हें निकालने की अपील करते सुने जा रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि उन्हें यूक्रेन के भारतीय दूतावास से कोई मदद नहीं मिल रही है. यहां से बिना सरकारी सहयोग से बाहर निकलना मुश्किल है. (Ukraine War Indian Students)
इसे भी पढ़ें-कर्नाटक : लाडले अलंद दरगाह पर मंत्री की शुद्धिकरण पूजा से गुलबर्गा में सांप्रदायिक तनाव
यूक्रेन में 8 दिनों की जंग से जान बचाते फिर रहे छात्रों की दूसरी मुश्किल वहां की ठंड है. कई इलाकों में पारा माइनस 5-6 डिग्री सेल्सियस तक है. लगातार ठंड का सामना करने से छात्रों की हालत ख़राब हो रही है. उनके पास खाने-पीने के सामान का भी संकट है. रोमानिया बॉर्डर स्थित एक कैंप से आई वीडियो में भारतीय छात्र ठंड से कांपते देखे जा रहे हैं.
सरकार के ऑपरेशन गंगा में इंंडियन एयरफोर्स भी शामिल है. विदेश मंत्री ने कहा कि बुधवार को क़रीब 3000 छात्रों को लेकर इंडिया के लिए लड़ान भरी गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन में दूतावास लगातार छात्रों को निकालने की कोशिश कर रहा है. उन तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. (Ukraine War Indian Students)
सरकारी दलील और छात्रों की जुबानी के बीच एक दूसरा पहलू ये भी है कि तमाम छात्र शहरों में बिखर गए हैं. कुछ बंकर और बाड़ों में पनाह लिए हुए हैं. उन्हें एकजुट करके निकालने की ही चुनौती है.