बरेली में बर्थडे पार्टी से लौटते वक़्त दर्दनाक सड़क हादसा, तीन दोस्तों की मौत

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द लीडर हिंदी : दांत काटी यारी में उन्होंने अक्सर साथ जीने की क़समें खाईं होंगी. लेकिन नहीं पता नहीं था, मौत भी साथ आएगी. वो भी एक ही दिन और एक ही वक़्त पर कुछ सेंकेंड के अंतराल से. जब ऐसा हुआ तो सुनने वालों के मुंह से आह निकल गई. उन चारों लड़कों के ख़ूबसूरत चेहरे आंखों के सामने तैरने लगे. जिस शाही क़स्बे के वो चारों रहने वाले थे. वहां रात में जो जाग रहे थे जागते रहे और सोने वाले भी ग़मनाक ख़बर को सुनकर उठ गए. फिर किसी की भी आंख में नींद का नाम नहीं था. बहुत से ऐसे भी थे, जो किसी काम या कार्यक्रम में कहीं बाहर गए हुए थे, वो भी ग़म में शरीक होने के लिए वापस लौट रहे हैं. यूपी के ज़िला बरेली में रात के वक़्त हुए इस हादसे ने शाही क़स्बे को बुरी तरह हिला दिया है. चार दोस्त ताज़ीम, कामरान, सोनू उर्फ़ अदनान और जुनैद बर्थडे पर पार्टी करने के लिए नैनीताल रोड पर होटल में आए थे. बर्थडे कामरान का था. ऑल्टो कार से वापस लौटते वक़्त सीबीगंज और मथुरापुर के बीच तेज़ रफ़्तार कार और डीसीएम में ज़बर्दस्त टक्कर हुई. कार के परखच्चे उड़ गए.

अगले हिस्सा पिचक गया. मार्ग पर जाम लग गया. कुछ लोग ये देखकर निकल गए लेकिन बहुत से मदद के लिए निकल आए. पुलिस को ख़बर की. ऑल्टो को डीसीएम से अलग करने में जब लोग नाकाम हो गए तो जेसीबी मंगवाई गई. जुनैद की सांसें चल रही थीं. कामरान, ताज़ीम, सोनू के जिस्म बेजान हो चुके थे. चारों को अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने तीन दोस्तों को मृत घोषित कर दिया. चौथे जुनैद की हालत सीरियस है. उसका कर्मचारी नगर के सत्यम हास्पिटल में इलाज चल रहा है. तीनों दोस्तों के शव का पोस्टमॉर्टम चल रहा है. भारी भीड़ है. हादसे की जानकारी तो दूर यहां मौजूद लोगों के लब से अफ़सोस जताने के लिए भी अल्फ़ाज़ बामुश्किल निकल पा रहे हैं. कामरान जिसकी यौम-ए-पैदाईश का दिन था, वो बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी मेराज ख़ान का इकलौता बेटा था. बड़ी बहन की आंखों से भी आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे. कामरान स्नातक की पढ़ाई कर रहा था. उसके नाम से क़स्बे में बरातघर है. दोस्तों ने बर्थडे पर पार्टी की ज़िद की तो वो उन्हें टाल नहीं सका.

उसकी पैदाईश वाले दिन ही वफ़ात हो गई. साथ में जिगरी दोस्त ताज़ीम और सोनू भी दुनिया-ए-फ़ानी को अलविदा कह गए. तीनों क़स्बे में आसपास के मुहल्लों के ही रहने वाले थे. ताज़ीम के वालिद सलीम का नल बोरिंग और सोनू के वालिद फल कारोबारी हैं. यह भी इत्तेफ़ाक़ है, वो जिस कॉलेज उत्कर्ष कॉलेज में पढ़ रहे थे, उसी के पास हादसे में उनकी रात जान चली गई. तीन जवान मौतों पर हम भी लड़कों के घरवालों से बात करने का हौसला नहीं जुटा पाए. बस दुआ ही कर सकते हैं कि अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त तीनों नौजवानों की मग़फ़िरत फ़रमाए और घरवालों को सब्र की ताक़त दे.https://theleaderhindi.com/hamas-will-definitely-take-revenge-for-the-death-of-chief-ismail-haniya-gave-this-ultimatum-to-israel/