बरेली में क़ानून से खिलवाड़ में सस्पेंड क़ानून के तीन रखवाले

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द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने अपने तीन मातहतों को सज़ा देकर ख़ाकी में रहकर क़ानून हाथ में लेने वालों को नसीहत की है. बता दिया है कि क़ानून से ऊपर कोई नहीं है. न पब्लिक और न पुलिस. जो भी क़ाूनन तोड़ेगा, क़ानून के दायरे में सज़ा का हक़दार होगा. पुलिस महकमे के लिए नज़ीर बना यह मामला तीन दिन पुराना है. बहेड़ी थाने की चौकी सिरसा के तीन पुलिसकर्मी उत्तम नगर गुरुद्वारे के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान एक ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की तो चालक उसे लेकर भाग खड़ा हुआ है. पुलिस कर्मियों का इल्ज़ाम है कि उसने ट्रैक्टर हमारे ऊपर चढ़ाने की कोशिश की. पीछा करके ट्रैक्टर चालक महेंद्र कुमार को हथमना के पास पकड़ लिया. वो रहने वाला नज़रगंज का है.

पुलिसवालों ने ट्रैक्टर चालक को पकड़कर सरेआम सड़क पर पिटाई की. चौकी ले जाकर लॉकअप में डाल दिया. अगले दिन उसे थाने में दाख़िल कर दिया. पुलिस कर्मियों का कहना था कि वो शराब नशे में था लेकिन उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया. हेड कांसटेबिल रणवीर सिंह, कांसटेबिल गौरव सिंह और अभिषेक तेवतिया के क़ानून हाथ में लेकर ट्रैक्टर चालक को सड़क पर सज़ा देने की शिकायत एसएसपी तक पहुंची. उन्होंने एसपी देहात से जांच कराई. जांच में यह साबित हो गया कि तीनों पुलिस कर्मियोंं ने ट्रैक्टर चालक के साथ अभद्रता और मारपीट की.

पदीय दायित्व के विपरीत कार्य किया है, जो कर्तव्य पालन में घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता, उद्दंडता, मनमानी, कदाचार के दायरे में आता है. लिहाज़ा तीनों को सस्पेंड करके बाक़ी सबको सचेत कर दिया है. बता दिया है कि क़ानून का रखवाला होकर भी क़ानून के दायरे से बाहर जाकर कुछ नहीं करना है. करना वही है, जितना करने का अधिकार वर्दी पहनने के बाद मिला है.https://theleaderhindi.com/these-new-laws-will-replace-old-laws-from-july-1/