इस IPS अधिकारी को सौंपा गया BSF का अतिरिक्त प्रभार, अभी संभाल रहे SSB के महानिदेशक का पद

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द लीडर हिंदी : 3 अगस्त यानी आज सशस्त्र सीमा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी) का अतिरिक्त प्रभार डीजी एसएसबी दलजीत सिंह चौधरी को सौंपा गया है. बतादें गृह मंत्रालय की तरफ से नितिन अग्रवाल को हटाए जाने के बाद दलजीत सिंह चौधरी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है.नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. अग्रवाल को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बीएसएफ के महानिदेशक पद से हटा दिया था.गृह मंत्रालय ने शनिवार को आदेश जारी कर बताया है कि 1990 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को बीएसएफ़ के महानिदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे.आपको बता दें कि दलजीत सिंह चौधरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एडीजी के रूप में अपने कार्य करने का व्यापक अनुभव है. इस फैसले के बाद चौधरी दोनों बलों के प्रमुख के रूप में कार्य करेंगे, जो कि देश की सुरक्षा और सीमा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उनकी नियुक्ति को देश की सुरक्षा और सीमा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. सन् 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह ने इस साल जनवरी में एसएसबी महानिदेशक के तौर पर पदभार संभाला था. केंद्र सरकार ने 19 जनवरी को उन्हें एसएसबी का महानिदेशक नियुक्त किया था.वही एसएसबी महानिदेश नियुक्त होने से पहले वह सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक पद पर तैनात थे.

जानिए क्यो नितिन अग्रवार को केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से हटाया?
मिली जानकारी के मुताबीक शुक्रवार को केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी) नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी विशेष डीजी (पश्चिम) वाईबी खुरानिया को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया. सरकार की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, दोनों के मूल राज्य कैडर में वापस भेज दिया गया है. नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं, जबकि वाईबी खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं.

जम्मू कश्मीर आतंकी घुसपैठ बनीं पद से हटाने की वजह

बता दें कि शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल को पद से हटा दिया गया था. इसके अलावा बीएसएफ के स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को भी पद से हटाकर उन्हें वापस ओडिशा कैडर में भेज दिया गया था. जानकारी के मुताबीक दोनों को पद से हटाए जाने के पीछे की वजह जम्मू कश्मीर में पिछले एक साल से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ है. जम्मू कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को लेकर भारत सरकार का यह सबसे बड़ा प्रशासनिक एक्शन है जिसमें वरिष्ठतम अधिकारियों पर गाज गिरी है. पिछले 1 महीने में इन दोनों अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल का दौरा किया था और अहम बैठकों में हिस्सा लिया था. इसके अलावा पंजाब सेक्टर से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को प्रभावशाली ढंग से ना काबू पाना भी इस सबसे बड़े एक्शन की बड़ी वजह है.https://theleaderhindi.com/administrations-action-after-completion-of-deadline-sealed-two-buildings-of-this-dream-project-of-azam-khan/