
द लीडर हिंदी : महाराष्ट्र के कोल्हापुर में विशालगढ़ की मस्जिद, मज़ार और घरों के वीडियो अब भी वायरल हो रहे हैं. उसे लेकर विरोध प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हो गया है. मुंबई के मुंब्रा में महिलाओं की अगुवाई में साइलेंट मार्च निकाला गया. माथे पर काली पट्टी बांधे महिलाएं और पुरुष हाथ में पोस्टर थामे थे, जिसमें हिंसा करने वालों पर एक्शन की प्रेयर के स्लोगन लिखे थे. ये सभी लोग मुंब्रा पुलिस स्टेशन पहुंचे और वहां ज्ञापन दिया. ऐसा ही एक ज्ञापन जलगांव जामोर के मुसलमानों की तरफ से भी सीएम एकनाथ शिंदे को भेजा गया है, जिसमें घटना के बारे में जानकारी देकर कहा है कि कोल्हापुर के विशालगढ़ में जो कुछ हुआ, वो जंगलराज का प्रतीक है. एलानिया तोड़फोड़ करने वालों पर सख़्त एक्शन लिए जाने की ज़रूरत है.

वही इस मसले में सुन्नी जमीतुल उलमा के सदर सय्यद मुईनुद्दीन अशरफ़ मईन मियां का कहना है कि यह सोची-समझी साज़िश है. तीन महीने बाद महाराष्ट्र में चुनाव हैं, उससे पहले माहौल ख़राब करने की कोशिश है. इस मसले पर आला हज़रत की नगरी बरेली से भी जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा ने आवाज़ उठाई है. उपाध्यक्ष सलमान मियां का कहना है कि खुलेआम गुंडागर्दी करके मुसलमानों को टारगेट किया. यह अच्छा नहीं हो रहा है. जल्द इस सिलसिले में जमात का एक प्रतिनिधमंडल महाराष्ट्र के आला अफसरों से मिलकर भी नाराज़गी जताएगा.
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लेमीन की तरफ से भी इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. जहां तक कार्रवाई का सवाल है तो अब तक पूर्व राज्यसभा सदस्य संभाजीराजे छत्रपति समेत 500 पर केस दर्ज किया गया है. कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं.