एडीजी बरेली ज़ोन से मिलने पहुंची युवती ने ज़हर खाकर किया जान देने का प्रयास

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The Leader. यूपी के जिला बरेली में एडीजी ज़ोन कार्यालय में सोमवार को दोपहर के वक़्त एक युवती ने ज़हर खाकर जान देने की कोशिश की. उसे ज़िला अस्पताल मोें भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. ख़ुदकशी के इस सनसनीख़ेज़ प्रयास के पीछे दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पुलिस का कहना है कि तफ़्तीश के बाद ही तमाम बातें साफ हो सकेंगी. उसके लिए पीलीभीत पुलिस से भी जानकारी की जा रही है.


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युवती के पास जो एप्लीकेशन थी, उसके मुताबिक़ उसके पति को झूठे मुक़दमे में फंसाया गया है. कुछ लोगों पर युवती भी कार्रवाई चाहती है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो पा रही है. शिकायती-पत्र में उसका कहना है कि छह माह से अफसरों के कार्यालय में चक्कर लगी रही है. एडीजी प्रेमचंद मीणा से मिलकर वो अपनी बात कहना चाहती थी. जानकारी मिली है कि एडीजी उस वक़्त मौजूद नहीं थे. जैसे ही युवती के ज़हर खाने की बात साफ हुई, एडीजी कार्यालय में उनके पीआरओ गीतेश कपिल ने युवती को गाड़ी से ज़िला अस्पताल भेजा. कोतवाली पुलिस को भी घटना के बारे में सूचित किया. महिला कांसटेबिल ने युवती से बात की.


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एडीजी कार्यालय में युवती के जान देने का प्रयास करने के बाद पुलिस के अफसर भी हरकत में आ गए हैं. एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि मामला संज्ञान में है. जानकारी की जा रही है कि युवती ने आख़िर ऐसा क़दम क्यों उठाया.
जांच कराई जा रही है. युवती के बरेली के सुभाषनगर में रहने वाले रिश्तेदार का कहना है कि वो दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस कार्यालयों में भटक रही है. सुनवाई नहीं होने से आहत होकर एडीजी कार्यालय में ज़हरीला पदार्थ खा लिया. यह भी जानकारी सामने आई है कि घटना के तार बरेली के बारादरी थाने से भी जुड़े हैं। 28 फरवरी को शानू ठाकुर नाम के व्यक्ति ने दुष्कर्म के मामले में कोर्ट में सरेंडर किया था। पीड़िता शानू ठाकुर के मामले में वादी महिला और उसके पिता व परिजनों पर रिपोर्ट दर्ज कराना चाहती है. वो सुनगढ़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली है.