प्रयागराज में संगम तट की रेती पर बसेगा तंबुओं का शहर, माघ मेले की तैयारियां हुई शुरू

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द लीडर। एक तरफ जहां कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया दहशत में है। तो वहीं भारत में भी ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों में खौफ का माहौल देखा जा रहा है। कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक के चलते आस्था पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। जी हां, इस बार प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले को बड़ी सावधानी से मनाया जाएगा। और कोरोना के नियमों का पालन किया जाएगा। बता दें कि, देश दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले की तैयारी शुरू हो गई है। संगमनगरी प्रयागराज में संगम तट की रेती पर तंबुओं का शहर बसेगा। संगम की रेती पर लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े आध्यामिक माघ मेला 2022 की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी विभाग माघ मेले की तैयारियों में युद्ध स्तर से जुटा हुआ है। मेला प्राधिकरण की कोशिश है कि, दिसंबर के आखिर और जनवरी के पहले सप्ताह तक हर हाल में मेले की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सके। जिससे देश और दुनिया भर से आने वाले कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न उठानी पड़े।


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माघ मेले की तैयारियां तेज

मेला प्राधिकरण के मुताबिक, पिछले साल की तरह इस बार भी माघ मेले को 5 सेक्टरों में बसाया जाएगा। साथ ही गंगा नदी पर पांच पांटून पुल बनाए जाएंगे। पीपे के पुल और जल निगम की तरफ से मेला क्षेत्र में तैयारियां तेजी से की जा रहीं हैं। गंगा की बीच धारा में पीपे के पुल का निर्माण भी शुरू हो चुका है, साथ ही अन्य विभागों के अपने अपने कार्यालयों के निर्माण भी शुरू हो चुके हैं, संगम नोज और त्रिवेणी मार्ग पर जमीनों का समतलीकरण भी तेजी से किया जा रहा है। हालांकि अबकी बार आई बाढ़ की वजह से गंगा यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी देखी गई है जिसकी वजह से मेला को बसाने में कई तरह की परेशानियां आ रही है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि, आने वाले दिनों में जब जलस्तर कम होगा तो काम में और तेजी आएगी।

नए वैरिएंट को लेकर मेले में बरती जाएगी सतर्कता

माघ मेला 2022 के लिए बनाए गए मेला अधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने बताया कि, मेले को लेकर सभी विभागों के बीच बैठक करके तैयारियों को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी विभागों को समय से कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। मेला अधिकारी ने दावा किया है कि, सभी तैयारियों को समय से पूरा करा लिया जाएगा। कोविड के नए वैरिएंट को लेकर इस बार माघ मेले में ख़ास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।


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मेला क्षेत्र में वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएंगे

मेला अधिकारी ने सभी कल्पवासियों और साधु संतो से अपील की है कि, मेले में आने वाले सभी लोग इस बार कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवाकर आएं। साथ ही कोविड गाइडलाइंस को भी फॉलो करें। जिससे मेले को सुचारू रूप से संपन्न कराया जा सके। मेला अधिकारी ने कहा कि, सभी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस बार मेला क्षेत्र में वैक्सीनेशन कैंप भी लगाए जाएंगे। उधर, संगम तट पर मौजूद तीर्थ पुरोहित अजय शास्त्री का कहना है कि, देश दुनिया में फैले कोरोना वायरस जल्द से जल्द पूरी दुनिया से दूर हो इसके लिए मां गंगा से विशेष तौर पर प्रार्थना करेंगे।

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