
द लीडर हिंदी: सरकार बुनकरों को मुख्यधारा से जोड़ना चाहती है. इसके लिए तमाम ऋण योजनाएं और क्लस्टर बनवा रही है, लेकिन बरेली के हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग विभाग में तैनात एक टेक्सटाइल इंस्पेक्टर आदित्य प्रकाश ने इसमें भी भ्रष्टाचार की मलाई चाटनी चाही. भगवन्तापुर के बुनकरों से हथकरघा क्लस्टर के सर्वे के लिए 20 हजार रुपये मांग लिए. इनमें से एक बुनकर मुख्तार अहमद अंसारी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन से कर दी. तब एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर संजय सिंह ने डीएम रविंद्र कुमार से दो स्वतंत्र गवाह लेकर टेक्सटाइल इंस्पेक्टर को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया. सिटी रेलवे स्टेशन के पास स्थित हथकरघा एवं वस्त्र मंत्रालय के दफ्तर में मंगलवार दोपहर जैसे ही आरोपी टेक्सटाइल इंस्पेक्टर ने बुनकरों से रिश्वत की तय रकम ली, वैसे ही टीम ने उसे दबोच लिया. वह लखनऊ में गोमतीनगर का रहने वाला है. टीम उसे पकड़कर बारादरी थाने ले गई और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. एंटी करप्शन यूनिट के सीओ यशपाल सिंह ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी रहेगा. यदि सरकारी महकमे में कोई रिश्वत मांगता है तो पुलिस लाइन के पास स्थित भ्रष्टाचार निवारण संगठन के कार्यालय आकर शिकायत कर सकता है.
बता दें कि एंटी करप्शन टीम की ओर से बरेली में लगातार घूसखोर सरकारी मुलाजिमों पर कार्रवाई की जा रही है. इस साल अब तक बरेली में दरोगा से लेकर लेखपाल तक पांच सरकारी कर्मचारी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो चुके हैं.