फोन टैपिंग मामले में शिवसेना नेता संजय राउत को समन : पुलिस के सामने होंगे पेश

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द लीडर | हाल ही में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में फोन टैपिंग का आरोप लगाने वाले शिवसेना नेता संजय राउत आज पुलिस के सामने पेश हो सकते हैं. कोलाबा पुलिस ने उन्हें संबंधित मामले में बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा है. दरअसल, संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि जहां भी चुनाव हो रहे हैं, वहां कई विपक्षी नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि, हमें गोवा में हुए चुनाव को लेकर फोन टैप करने की बड़ी जानकारी मिली है.

मुंबई की क़ुलाबा पुलिस जो की वरिष्ठ IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला के ख़िलाफ़ दर्ज कथित फ़ोन टैपिंग मामले की जांच कर रही है अब शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान दर्ज करना चाहती है. आरोप है कि शुक्ला जब SID की चीफ़ थी तब उनका भी फ़ोन टैप हुआ था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की राउत इस मामले में विक्टिम हैं और उनका बयान दर्ज कर इस मामले को थोड़ा समझना चाहती है मुंबई पुलिस इसी वजह से उन्हें उनका बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया है.

कल क़ुलाबा पुलिस ने NCP के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे का बयान दर्ज किया, सूत्रों ने बताया की खडसे की पूछताछ में पता चला है की, शुक्ला ने सिर्फ़ खडसे का ही फ़ोन टैप नही किया बल्कि उनके असिस्टेंट और उनके क़रीबियों में से एक कार्यकर्ता का भी फ़ोन टैप कराया था. एक अधिकारी ने बताया की कई बार बड़े नेता व्यस्त होते हैं तब ऐसी स्थिति में उनके असिस्टेंट को लोग फ़ोन करते हैं. पुलिस को शक है की इन दोनो के फ़ोन टैप कर इनके बिच क्या बातचीत हो रही है इसे जानने की कोशिश की गई थी.

संजय राउत का क्या था आरोप 

ट्विटर पर साझा कि गई अपनी पोस्ट में राउत ने लिखा था कि जिस तरह से महाराष्ट्र के नेताओं के फोन टैप किए गए थे, ठीक उसी तरह अब गोवा में विपक्षी नेताओं के फोन को टैप किया गया. सुदिन धावलीकर, विजय सरदेसाई, दिगंबर कामत और गिरीश चोडानकर के फोन को टैप किया गया. पूरा देश जानना चाहता है कि इस टैपिंग के पीछे गोवा की रश्मि शुक्ला कौन है?


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संजय राउत बोले- जीत सच की होगी

ईडी और पुलिस की ओर से भेजे समन के बीच शुक्रवार को शिवसेना सांसद ने ट्ववीट के जरिए महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया है. दरअसल उन्होंने ट्वीट के जरिए एक फोटो साझा की. ये फोटो उनके मुंबई एयरपोर्ट के बाहर की थी. उन्होंने लिखा- जय महाराष्ट्र, ये है शिवसेना.. कल मुंबई एयरपोर्ट पर शिवसैनिकों ने आस्था और प्यार की बौछार की. जीत सच होगी!

खडसे का फोन 2019 में कथित तौर पर दो बार टैप 

पुलिस ने कहा था कि कथित अवैध फोन टैपिंग तब हुई थी जब शुक्ला राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की प्रमुख थी. शिकायत के अनुसार. खडसे का फोन 2019 में कथित तौर पर दो बार टैप किया गया था. जब वह भाजपा के साथ थे. वह अक्टूबर 2020 में राकांपा में शामिल हुए थे.

शिवसेना नेता के करीबी की 41 सम्पत्तियां कुर्क
आयकर विभाग शिवसेना नेता यशवंत जाधव के करीबियों की 41 संपत्तियां कुर्क की हैं. इनमें बांद्रा में पांच करोड़ रुपये का एक प्लॉट भी शामिल है. इसके अलावा भायखला में 31 फ्लैट और बांद्रा में 5 करोड़ के दो फ्लैट शामिल हैं. जाधव पर यह कार्रवाई टैक्स चोरी को लेकर की गई है.

क्या है रश्मि शुक्ला फोन टैपिंग केस?

जान लें कि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की शिकायत पर आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ मार्च में कोलाबा पुलिस स्टेशन में इंडियन टेलीग्राफ एक्ट और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. शिकायत में आरोप लगाया गया कि रश्मि शुक्ला ने पूर्व बीजेपी नेता एकनाथ खडसे और शिवसेना सांसद संजय राउत के नंबरों को निगरानी सूची में डाला था.

2019 में संजय राउत का फोन भी हुआ था टेप

वहीं पुलिस अधिकारियों की मानें तो शिवसेना नेता संजय राउत का फोन भी महा विकास अघाडी (MVA) सरकार के गठन के दौरान नवंबर, 2019 में टैप किया गया था. इस मामले में एसीपी (स्पेशल ब्रांच) की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर रश्मि शुक्ला के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

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