अफजाल अंसारी और डीएम गाजीपुर के बीच जोरदार बहस, मिट्टी देने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं

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द लीडर हिंदी : मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया है. बाहुबली मुख़्तार अंसारी के जनाज़े ने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस दौरान कई लोग मुख्तार अंसारी ज़िंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखाई दिए.नारेबाजी को लेकर डीएम ने सख्त रुख अपनाया है. डीएम ने कहा कि ऐसे लोगों की वीडियोग्राफी हुई है. उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.

बतादें मुख्तार अंसारी को दफनाए जाने के बाद सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर डीएम आर्यका अखौरी के बीच जोरदार बहस भी हुई है. सूत्रों की मानें तो जिला प्रशासन चाहता था कि मुख्तार के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए.धारा 144 लागू है भीड़ जमा नहीं कर सकते. जबकि परिवार इसपर सहमत नहीं था. बहस के दौरान अफजाल अंसारी ने डीएम आर्यका अखौरी से कहा मिट्टी डालने से किसी को नहीं रोका जा सकता है.

बता दें मुख्तार के जनाजे के दौरान कब्रिस्तान के बाहर पुलिस का सख्त पहरा था. इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ वहां मौजूद थी. तब पुलिस के साथ मुख्तार के परिजन खुद भीड़ को नियंत्रित करने में सहयोग रहे थे. लेकिन मुख्तार को दफनाए जाने के बाद सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर डीएम के बीच जोरदार बहस हुई है.

मुख्तार अंसारी के भाई पूर्व सांसद अफजाल अंसारी की डीएम गाजीपुर के साथ तीखी बहस हुई. बहस के दौरान डीएम गाजीपुर ने धारा 144 का हवाला देते हुए कहा की मिट्टी देने केवल परिवार के लोग जाएं, पूरा कस्बा नहीं जायेगा. अगर धारा 144 का उल्लंघन हुआ तो सबके खिलाफ एफआईआर करेंगे.इस बात पर अफजाल अंसारी वीडियो में बोलते हुए दिख रहे हैं की किसी के जनाजे में जाने और मिट्टी देने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं है. जितने लोग चाहे मिट्टी से सकते हैं. डीएम ने कहा वो जिला निर्वाचन अधिकारी हैं और नियम तोड़ने वालों पर एफआईआर कराएंगी.

मुख्तार अंसारी का जनाजा पहुंचने के वक्त हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. हालांकि इसे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक और मुख्तार अंसारी के भतीजे मोहम्मद सुहैब अंसारी ने कहा कि मैं यहां मौजूद सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे शांति बनाए रखें. गौरतलब है कि मुख्तार को उसके पुस्तैनी कब्रिस्तान कालीभाग में दफन किया गया.

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