आज़म ख़ान के पत्नी और बेटे के साथ जेल जाने पर ग़ुस्से में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव

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AZAM KHAN
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The Leader. समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता मुहम्मद आज़म ख़ान, उनकी पत्नी डॉ. तज़ीन फ़ातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म को एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात-सात साल की सज़ा और हज़ार का जुर्माना डाला है. उस मामले में जिसमें वो सरेंडर होने के बाद पहले जेल जा चुके हैं. ज़मानत पर रिहा होने के बाद जेल से बाहर आए थे. अब उसी बेटे अब्दुल्ला आज़म के दो जन्म प्रमाण-पत्र से जुड़े मामले में कोर्ट का फ़ैसला आ गया है और वो एक बार फिर पत्नी, बेटे के साथ यूपी की ज़िला रामपुर जेल भेज दिए गए हैं. उनके जेल जाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

फ़ैसले की बात करें तो आपराधिक साज़िश की धारा 120बी में एक साल क़ैद, पांच हज़ार रुपये जुर्माना, धारा 420 में तीनव साल क़ैद, 10 हज़ार जुर्माना, जलासाज़ी की धारा 467, 468 में सात, तीन साल क़ैद, 15 व 10 हज़ार जुर्माना और नक़ली दस्तावेज़ को असली बताकर पेश करने से जुड़ी धारा 471 में दो साल क़ैद, 10 हज़ार जुर्माना डाला गया गया है. सभी सज़ाएं एक साथ चलेंगी. कोर्ट के सज़ा सुनाने के बाद आज़म ख़ान, पत्नी और छोटे बेटे के साथ यूपी की ज़िला रामपुर जेल भेज दिए गए हैं. चार लोगों के परिवार में बड़े बेटे अदीब आज़म ख़ान जेल से बाहर हैं.

इससे पहले आज़म ख़ान कोर्टे में सरेंडर होने के बाद 27 फ़रवरी 2020 को जेल भेजे गए थे. तब 27 महीने बाद ज़मानत मिलने पर रिहा हो सके थे. यह और बात है कि सांसदी से इस्तीफ़ा देने के बाद जेल से विधानसभा का चुनाव लड़े तो गए लेकिन हेट स्पीच मामले में सज़ा होने के बाद विधायकी चली गई. ऐसे ही स्वार से उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म दूसरी बार विधायक बने थे. उन्हें छजलैटे में जाम लगाने से जुड़े मामले में मुरादाबाद कोर्ट से सज़ा होने पर विधायकी से हाथ धोना पड़ा था. आज़म ख़ान और अब्दुल्ला से वोट का अधिकार भी छीना जा चुका है. उन पर सत्ता परिवर्तन के बाद 80 से ज़्यादा मुक़दमे दर्ज हुए हैं. ईडी और इनकम टैक्स की घर, जौहर यूनिर्वसिर्टी पर रेड भी हो चुकी है. इस बार उनके जेल जाने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कहा है कि आज़म ख़ान को जौहर यूनवर्सिटी बनवाने और मुसलमान होने की वजह से सरकार प्रताड़ित करा रही है.