शमशान घाट में तब्दील हुआ सत्संग, हाथरस भगदड़ में हुई अब तक 121 की मौत, सीएम योगी हुए सख्त, कहा-इसकी तह में जाएंगे

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द लीडर हिंदी : उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले के सिकन्द्राराऊ क़स्बे के पास कल सत्संग कार्यक्रम में हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 121 हो गई है. कई लोग अब भी लापता हैं. प्रशासन के हवाले से 121 मृतकों की लिस्ट जारी की है.सत्संग का आयोजन ‘भोले बाबा’ उर्फ बाबा नारायण हरि के संगठन ने किया था. मरने वालों में सात बच्चे और 100 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं. बता दें दर्दनाक हादसे के बाद सत्संग स्थल श्मशान घाट में तब्दील हो गया है. यहां लाशों का ढेर लगा था.

मरने वालों में बड़ी तादाद में महिलाएँ हैं, जो नारायण साकार के सत्संग में आई थीं. आयोजन स्थल अलीगढ़ से एटा को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 34 पर सिकन्द्राराऊ क़स्बे से क़रीब चार किलोमीटर दूर फुलराई गांव में था.चश्मदीदों और भक्तों के मुताबिक़, सत्संग समाप्त होने के बाद यहां आए श्रद्धालुओं में बाबा के चरणों की धूल इकट्ठा करने की होड़ मच गई और यही भगदड़ का कारण रही. नारायण साकार उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व कर्मचारी रहे हैं और उनका नाम सूरज पाल हैं, उन्होंने 18 सालों तक स्थानीय खुफिया इकाई के साथ काम किया और 1990 में,जब वे एटा में तैनात थे तो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और नारायण साकार हरि उर्फ ​​भोले बाबा बन कर काम करना शुरू किया.बता दें सत्संग का आयोजन ‘भोले बाबा’ उर्फ बाबा नारायण हरि के संगठन ने किया था. मरने वालों में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.

इस हादसे के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में हाहाकार मच गया.वही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पहुंचकर अस्पताल में घायलों से मुकालात की.सीएम योगी ने हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लेने के बाद सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायलों से मुलाकात की.घायलों से उनका हालचाल जाना.इस मामले पर सख्त रवैया अपनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी. प्रदेश सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है. हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश.