बरेली में फिर धर्म परिवर्तन, दिनेश के लिए दुर्गा बनीं फ़ारिया, अमन ख़ान गिरफ़्तार

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द लीडर हिंदी : यूपी के ज़िला बरेली में धर्म परिवर्तन के दो और मामले सामने आए हैं. एक में फ़ारिया बी कि सहमति थी. लिहाज़ा शांति के साथ सकुशल निपट गया. दूसरे मामले में अमन ख़ान फंस गए. अब वो बिथरी चैनपुर पुलिस की कस्टडी में है. गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज हो गया है. लड़की जौनपुर की है. उसे हिमाचल से बरेली लाया गया था. वो हिमाचल की एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती थी. इसी फैक्ट्री में बरेली का अमन भी काम कर रहा था. दोनों में प्यार हुआ. अमन उसे हिमाचल से अपने गांव उदयपुर जसरतपुर ले आया. वो उसके घर पर ही रह रही थी. FIR पर ग़ौर करें तो अमन ने उसे यह नहीं बताया था कि वो ख़ान है. धर्म छुपाकर प्रेमजाल में फंसाया. जब उदयपुर जसरतपुर आई तो पता लगा कि अमन के पिता का नाम इदरीस है. उन्होंने उसका नाम नाज़रीन रख दिया. घरवालों की याद आई तो वो अमन के घर से निकल आई. रास्ते में गांव के प्रधान कपिल पटेल मिले. उन्हें अपनी समस्या बताई. उन्हीं के साथ वो बिथरी चैनपुर थाने पहुंच गई.

अमन ख़ान के ख़िलाफ़ तहरीर लिखी. पुलिस ने मुक़दमा दर्ज लिया. अमन अब पुलिस के क़ब्जे में है. उसे जेल भेजने की तैयारी चल रही है. वही दूसरा मामला फ़ारिया और दिनेश के प्यार का है.जहां हिंदू धर्म अपनाकर फेरे लिए. फ़ारिया बी बदायूं में ही दिनेश के साथ पढ़ती थीं. पांच साल दिनेश के साथ दोस्ताना रहा और फिर यह दोस्ती प्यार में बदल गई. फ़ारिया के घरवाले तैयार नहीं थे. दिनेश के घरवाले इस रिश्ते को तैयार हो गए. फ़ारिया का कहना है कि उन्हें डर था, उनकी कहीं दूसरी जगह शादी न कर दी जाए. इसलिए वो दिनेश के साथ वाराणसी चली गईं.

वहां दोनों ने मंदिर में फेरे लिए. गुज़रे दिन फ़ारिया दिनेश के साथ भुता के गांव खजुरिया संपत पहुंची. शिव मंदिर में योगी सरोज नाथ ने उनका धर्म परिवर्तन कराया. अग्नि को साक्षी मानकर फ़ारिया ने हिंदू धर्म अपना लिया. अब उन्हें दुर्गा देवी के नाम से जाना जाएगा. बरेली में उमूमन इस तरह के ज़्यादातर मामले अब से पहले मढ़ीनाथ के अगस्त मुनि आश्रम में आचार्य पंडित केके शंखधार के पास पहुंचते रहे हैं लेकिन इस बार भुता के शिव मंदिर और योगी सरोज नाथ का नाम सामने आया है.