यूपी के सबसे सीनियर विधायक आज़म ख़ान की ज़मानत मंज़ूर, रिहाई का साफ होता रास्ता

द लीडर : उत्तर प्रदेश विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक और रामपुर से सांसद आज़म ख़ान को बड़ी राहत मिली है. जल निगम भर्ती घोटाले में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने आज़म ख़ान को ज़मानत दे दी है. जूनियर इंजीनियर भर्ती घोटाले में उन्हें आरोपी बनाया गया था. तीन दिन पहले ही उन्हें ज़मीन क़ब्ज़ाने के मामले में हाईकोर्ट से ज़मानत मिली थी. (Rampur MLA Azam Khan)

आज़म ख़ान के ख़िलाफ अभी एक और मामला है, जिसमें फैसला सुरक्षित है. अगर उसमें भी उन्हें ज़मानत मिल जाती है, तो वह जेल से बाहर आ जाएंगे. पिछले दो साल से आज़म ख़ान जेल में बंद हैं. उनके ख़िलाफ 85 से ज़्यादा मामले दर्ज़ थे. जिनमें क़रीब 84 में ज़मानत मिल चुकी है.

गुरुवार को ही यूपी विधानसभा का रिज़्लट आया है. जिसमें आज़म ख़ान ने क़रीब 55 हज़ार वोटों से जीत दर्ज़ की है. जबकि अब्दुल्ला आज़म ने 61 हज़ार वोटों से चुनाव जीता है. (Rampur MLA Azam Khan)


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आज़म ख़ान ने ये चुनाव जेल से ही लड़ा है. उन्होंने 1,30,649 वोट हासिल किए. जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा नेता आकाश सक्सेना को 75 हज़ार वोट मिले. वहीं अब्दुल्ला आज़म ने स्वार सीट पर 1.26 लाख वोट प्राप्त किए. जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी एनडीए प्रत्याशी हमजा मियां को 65 हज़ार वोट मिले.

आज़म ख़ान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म ने बड़े अंतर से जीत दर्ज़ करके रामपुर की राजनीति में अपनी ताक़त का अहसास कराया है. हालांकि यूपी में सपा सरकार न बनने से समर्थकों में मायूसी भी है. लेकिन आज़म ख़ान की ज़मानत मंज़ूरी ने उन्हें खुशी का भी मौक़ा दिया है.

आज़म ख़ान यूपी विधानसभा में 10वीं बार विधायक चुने गए हैं. इस तरह वह सबसे वरिष्ठ विधायक हैं. हालांकि आज़म ख़ान रामपुर से सांसद भी हैं. इसलिए उन्हें विधायक या सांसद-दो में से एक से इस्तीफा देना होगा. इस तरह रामपुर में बाई-इलेक्शन होना तय है. (Rampur MLA Azam Khan)

बहरहाल, आज़म ख़ान की रिहाई को लेकर उनके समर्थक दुआएं मांग रहे हैं. इसलिए भी, क्योंकि पिछले दो सालों से जेल में रहने के दौरान उनकी सेहत काफी ख़राब हो चुकी है. ख़ासतौर से कोविड ने उनके शरीर पर बुरा असर डाला है. (Rampur MLA Azam Khan)


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Ateeq Khan

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