इन्द्र देव ने जंगल बचाये, देवस्थलों का किया बर्फ से श्रृंगार

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द लीडर देहरादून

ये तो हद ही गई थी! एक महीने में 1187 और पिछले पांच दिन में ही 679 जंगल धधक गए! बीती रात इंद्रदेव ने कहा हे सरकार ! कितने ही हेलीकाप्टर लगा लो तुम से न हो पायेगा। तुम्हारे बस में कोई भला काम होता तो बद्री केदार जी की साधनास्थली और गंगा – यमुना को प्राण देने वाले ये जंगल यूं न धधकते। और इंद्र देव बरस पड़े।
उत्तराखंड के पवित्र धामों को शीतल हवा से बुहारने के बाद देव स्थलों का बर्फ से श्रृंगार कर इंद्रदेव की घटाएं, त्राहि त्राहि करते पशु पक्षियों पर कृपालु हुई। धधकते जंगलों पर तेज हवाओं के साथ बौछार की। आग बुझ गई । एक महीने पहले भी इंद्रदेव की कृपा से ही आग बुझी थी। आज सुबह होते ही उन्होंने थोड़ी सांस ली। जैसे देखना चाह रहे हों कहीं कुछ छूटा तो नहीं।
अब भी आसमान में बादल छितराये से टहल रहे हैं।
उत्तराखंड में मौसम विभाग अक्सर इन्द्र की चाल से गच्चा खा जाता है। पिछले तीन दिन से वर्षा का अनुमान कल रात सच हुआ। ताज़ा बुलेटिन कह रहा है कि अभी और वर्षण होगा। आज के दिन गेहूं की लहलाती फसल देख कर किसान डर रहे हैं। ओलावृष्टि का भी अनुमान व्यक्त किया गया है।

 

गंगोत्री


कल अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) द्वारा जारी सेटेलाइट तस्वीरों  में बताया गया है कि प्रदेश में 5 मार्च से लेकर 5 अप्रैल तक एक महीने के दौरान आग लगने की कुल 1187 घटनाएं सामने आई हैं । जिसमें से अकेले 679 घटनाएं एक अप्रैल से पांच अप्रैल के बीच की हैं।
आग से दहकते जंगलों पर रात को कहीं हल्की कहीं तेज बारिश हुई। 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हुआ। बारिश के चलते अधिकांश जंगलों में आग बुझने लगी है।
गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ , हेमकुंड , रुद्रनाथ की पहाड़ियो पर हिमपात और निचले इलाकों में बारिश होने से राहत मिली है । नर नारायण की पहाड़ियों , नीलकंठ , हेमकुंड ,नन्दादेवी , नन्दाघुंघटी समेत ऊंची पहाड़ियो मे अच्छी बर्फ गिरी । बदरीपुरी में भी हल्का हिमपात हुआ ।
बुधवार सुबह तक कतिपय स्थानों पर बारिश हुयी। चमोली के अधिकांश जंगलों की आग बुझी है । केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग , बदरीनाथ वन प्रभाग , अलकनन्दा भूमि वन प्रभाग , नन्दादेवी वन राष्ट्रीय वन प्रभाग के बड़े भूभाग वाले वन क्षेत्र वनाग्नि की चपेट में पिछले दिनों से थे।
केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के उप वन संरक्षक अमित कंवर ने भी माना कि बारिश जंगलों में लगी आग को बुझाने में कारगर साबित हुयी ।जमीन , जंगल में आद्रता बढ़ी है । इससे अब आग भड़कने को रोकने में आगामी दिनों सहायता मिलेगी ।

भविष्यवाणी: आगे कैसा मौसम

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक आज सात अप्रैल का आरेंज अलर्ट जारी है। अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का गर्जन के साथ दौर जारी रहेगा। 3200 मीटर या इससे अधिक ऊंचाई पर अभी और हिमपात होगा। उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर आदि स्थानों पर ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। मैदानी क्षेत्र में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं आज भी चलेंगी।
आठ अप्रैल को राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में बहुत हल्की से हल्की बारिश होगी। शेष स्थानों पर मौसम शुष्क करेगा। नौ अप्रैल को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश गर्जन के साथ हो सकती है। शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है। दस अप्रैल से उत्तराखंड का मौसम खुलने की संभावना है।

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