द लीडर हिंदी : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनदिनों विदेशी रिश्ते मजबूत करने की कवायत में जुटे है. जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन दौरे पर है. पूरी दुनिया की निगाहें पीएम के इस दौरे पर लगी है. खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस गर्मजोशी के साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से गले मिले और युद्ध को लेकर अपनी बात रखी, उसकी पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है.वही दुनियाभर के शीर्ष अखबारों ने इस पर खबरें प्रकाशित की हैं.वही इस मौके पर अमेरिका के व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भारत को अपना मज़बूत साझेदार बताते हुए व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम दूसरे देशों की यूक्रेन के विवाद को सुलझाने की कोशिशों का स्वागत करते हैं.व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक़, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की शांतिपूर्ण समझौते के मक़सद को पूरा करने में सहायता करेगी.”अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि इस विवाद से जुड़ी कोई भी बातचीत यूक्रेन को साथ लेकर ही होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर कोई भी देश यूक्रेन में चल रहे युद्ध को रोकने की कोशिशों में सहायता करना चाहता है तो हम उसका स्वागत करते हैं. लेकिन हम यह भी चाहते हैं कि इससे जुड़ी किसी भी बातचीत में यूक्रेन के लोगों को भी शामिल किया जाए.वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा पर उन्होंने कहा, “भारत और अमेरिका एक मज़बूत साझेदार हैं.https://theleaderhindi.com/vinesh-phogat-can-try-her-hand-in-political-arena-speculations-of-joining-this-party/
उनकी यूक्रेन यात्रा से हमें इस क्षेत्र में चल रहे तनाव को ख़त्म करने में सहायता मिलेगी.”साल 1991 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला यूक्रेन दौरा था. इस दौरे से लगभग डेढ़ महीने पहले पीएम मोदी ने रूस की यात्रा भी की थी.