बिहार में कुदरत का कहर जारी, बिजली गिरने से 24 घंटे में 21 मौतें, यूपी में बाढ़ से हाहाकार

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द लीडर हिंदी : बिहार में कुदरत का कहर जारी है. आसमान से आफत गिर रही है. शहरवासी जान हथेली पर लिये हुए है. पिछले 24 घंटों में आकाशीय बिजली गिरने से 21 लोगों की मौत हो गई. कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. लगातार ​​​​​​राज्य की ​नदियां उफान पर हैं. कई घर नदी में समा चुके हैं.वही कुछ लोग घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं. गाज गिरने से सबसे ज्यादा छह मौतें मधुबनी में हुईं.वही औरंगाबाद में चार, पटना और रोहतास दो, भोजपुर, कैमूर, सारण, जहानाबाद, गोपालगंज, सुपौल, लखीसराय और मधेपुरा जिलों में एक-एक मौत हुई.वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं.इसके साथ ही सीएम ने लोगों से खराब मौसम के दौरान एहतियात बरतने को कहा है. नीतीश ने कहा कि जब तक जरूरत न हो बाहर जाने से बचे.सीएम ने आपदा प्रबंधन विभाग ने समय-समय पर जारी की जाने वाली सलाह का पालन करने का भी आग्रह किया है.

आपको बताते चले की बिहार में बारिश और आंधी-तूफान जारी है. जुलाई में अब तक बिजली गिरने से 70 लोगों की मौत हो चुकी है. बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. मौसम विभाग ने आगामी कई दिनों तक राज्य में इसी तरह के मौसम का अनुमान जताया है. मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ के चलते बर्बाद हो गई है. किसानों ने सरकार से भी मुआवजे की मांग की है.यूपी में भी बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर रखा है. भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के बाद यूपी के कई शहरों में अब बाढ़ का असर विकराल रूप लेता जा रहा है. बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर के करीब 250 गांव बाढ़ की चपेट में हैं.वहीं, लखीमपुर खीरी के 150, शाहजहांपुर के 30, बदायूं के 70, बरेली के 70 और पीलीभीत के करीब 222 गांव की बड़ी आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है.पूर्वांचल के बलिया में भी बाढ़ की स्थिति के चलते कुछ घर बहने की खबर है.