नाटो देश पोलैंड ने रूस पर लगाया गंभीर आरोप, रूसी मिसाइलें गिरने का किया दावा

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The leader Hindi: मंगलवार 15 नवंबर को रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों पर मिसाइलें दागीं. इस बीच खबर आयी कि रूस की मिसाइल नाटो देश पोलैंड पर जा गिरी जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं, इस घटना के बाद से G20 शिखर बैठक का शेड्यूल बिगड़ गया है और मामले को लेकर आपात बैठक आयोजित की जा रही है.
G7 नेताओं की आपात बैठक और पोलैंड के मुद्दे पर नाटो परामर्श के कारण मैन्ग्रोव फॉरेस्ट में नेताओं का कार्यक्रम देर से कर दिया गया है. साथ ही इसका असर आगे आयोजित सत्र पर भी पड़ेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अगुवाई में बाली के हयात होटल में G7 नेताओं की बैठक हो रही है. पोलैंड के घटनाक्रम और अन्य नेताओं की बढ़ी व्यस्तता का असर पीएम मोदी के क़ई द्विपक्षीय मुलाकातों के कार्यक्रम पर भी पड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक पहले से तय 8 द्विपक्षीय बैठकों में से क़ई मुलाकातें अब अनिश्चित हो गई हैं.

वहीं, बाली में G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर नाटो और G7 नेताओं के बीच रूस के हमले और पोलैंड मुद्दे पर संयुक्त बयान में कहा गया कि, हम बर्बर मिसाइल हमलों की निंदा करते हैं जो रूस ने मंगलवार को यूक्रेनी शहरों और नागरिक बुनियादी ढांचे पर किए. हमने यूक्रेन के साथ सीमा के पास पोलैंड के पूर्वी हिस्से में हुए विस्फोट पर चर्चा की. हम पोलैंड की जांच में पूर्ण समर्थन और सहायता की पेशकश करते हैं. यूक्रेन और उसके लोगों के लिए हम दृढ़ समर्थन की पुष्टि करते हैं और साथ ही रूस को उसके निर्लज्ज हमलों के लिए जवाबदेह ठहराने की हमारी तत्परता भी है.

वहीं, इस मिसाइल हमले पर जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, बहुत सारी जानकारी है जो इसका विरोध करती हैं. हम इसकी जांच करेंगे. इसकी संभावना नहीं है कि इसे (मिसाइल को) रूस की तरफ से दागा गया होगा।हम राजदूतों की बैठक बुलाएंगे और चर्चा की जाएगी. पोलैंड विदेश मंत्रालय की ओर से हमले की पुष्टि की गई है. पोलैंड सरकार की ओर से कहा गया कि घटना के बाद आपात बैठक की गई. पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविकी ने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए पोलैंड सेना की कुछ यूनिट्स को तैनात किया गया है. वहीं, हवाई क्षेत्र पर खास निगरानी के आदेश दिए गए हैं.

रूस के रक्षा मंत्रालय ने पोलैंड पर मिसाइल हमले की खबरों को गलत बताया. मंत्रालय की ओर से कहा गया कि मामले को तूल देने का काम किया जा रहा है. मॉस्को का कहना है कि रूसी सेना ने यूक्रेन-पोलैंड की सीमा के नजदीक कोई हमला नहीं किया है. रूस का कहना है कि पोलैंड की मीडिया ने इस पूरे मामले को भड़काया है.
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो देशों से रूस पर एक्शन लेने की मांग की है. जेलेंस्की ने कहा कि रूस का आतंक अब सिर्फ हमारे देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने कहा कि नाटो देश पर हमला एक गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से रूस संघर्ष को और बढ़ाना चाहता है.

 

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