द लीडर। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद जिस तरह से वहां महिलाओं का जीना दुराचार हो गया है. यानि महिलाएं वहां तालिबानियों के खौफ में जी रही है. और वहां महिलाएं क्या पुरुष क्या सभी तालिबानियों का कानून के हिसाब से चलती है. लेकिन ये महिलाओं पर दुराचार सिर्फ अफगानिस्तान में ही नहीं हो रहा बल्कि हमारा पड़ोसी देश भी आजकल इन मामलों को लेकर चर्चा में हैं. बता दें कि, चीन में मुस्लिमों पर अत्याचार को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. एक किताब में बताया गया है कि, चीन की कम्युनिस्ट सरकार मुस्लिम महिलाओं को व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने पर हिरासत में ले रही है.
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इस किताब में चीन की हरकत का खुलासा
चीन की सरकार द्वारा इन मुस्लिम महिलाओं को प्री-क्रिमिनल्स कहा जाता है. बता दें कि, इससे पहले भी कई बार चीन की मुस्लिम विरोधी सोच उजागर हो चुकी है. वो वीगर मुसलमानों के साथ गुलामों से भी बदतर सलूक करता है. एक नई किताब ‘In The Camps: China’s High-Tech Penal Colony’ में चीन की इस हरकत का खुलासा हुआ है. इस किताब में वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की एक छात्रा वेरा झोऊ के केस का उदाहरण दिया गया है. वेरा को हाल ही में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) इस्तेमाल कर अपने स्कूल के जीमेल अकाउंट को खोलने के लिए हिरासत में ले लिया गया था. छात्रा ने अकाउंट को चीन के झिनजियांग में अपना होमवर्क सब्मिट करने के लिए खोला था.
वेरा झोऊ का न्यू ईयर भी कैद में गुजरा था
बिजनेस इनसाइडर में प्रकाशित खबर के अनुसार, वेरा झोऊ ने बताया कि, उन्हें हिरासत में लेने के बाद उनसे कहा गया कि, उन्हें री-एजुकेशन क्लास में भेजा जा रहा है. वेरा झोऊ के मुताबिक, वो काफी दिनों तक कैद में रहीं. 2018 में नया साल भी उन्होंने कैद में ही बिताया था. वेरा झोऊ कैंप में करीब 6 महीने तक रही थीं. उन्हें इस शर्त पर छोड़ा गया कि, उन्हें सोशल स्टैबिलिटी वर्कर को रिपोर्ट करना होगा.
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किताब में 11 महिलाओं का जिक्र
कैंप से छूटने के बाद भी वेरा झोऊ ऐसा महसूस करती थीं कि, वो डिजीटली रूप से कैद हैं. वेरा को मुस्लिम प्री-क्रिमिनल तक कहा गया. ‘In The Camps: China’s High-Tech Penal Colony’ नामक यह किताब हाल ही में रिलीज कई गई है. इस किताब में वेरा झोऊ के अलावा 11 अन्य मुस्लिम महिलाओं का जिक्र है, जिन्हें पुलिस ने प्री-क्रिमिनल कहते हुए व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने के लिए हिरासत में लिया था. गौरतलब है कि, चीन में बनाए गए डिटेन्शन सेंटर में 1 मिलियन वीगर और अन्य अल्पसंख्यकों को रखा गया है.
बता दें कि, चीन में मुस्लिम खासकर उइगुर समुदाय के लोगों पर अत्याचार की खबरें जब तब आती रहती है. लेकिन इस बार एक और हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां मुस्लिम से जुड़े मुद्दे पर एक किताब में दावा किया गया है कि, चीन सरकार ने उनके व्हाट्सऐप इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी, ऐसा करने वाली महिलाओं को हिरासत में लिया जा रहा है, चीन ने ऐसी मुस्लिम महिलाओं को प्री-क्रिमिनल्स बताया है.
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