द लीडर हिंदी,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने शुक्रवार को प्रदेश के पुलिस विभाग के मुखिया का कार्यभार संभाल लिया है। इससे उन्होंने पहले हनुमान सेतु मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उनके वाहनों का काफिला लोक भवन पहुंचा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट करने के बाद वह अपना कार्यभार ग्रहण करने डीजीपी मुख्यालय पहुंचे।
डीजीपी का चार्ज लेने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पांच साल बाद वापस आया हूं। आप सबके सपोर्ट की जरूरत है। आप सबकी मदद से प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा, जो बिना जनता के सहयोग के संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस के अधिकारी किसी भी स्तर के हो जनता से सीधे जुड़े। जनता और पुलिस के बीच की दूरी कम हो। छोटे-छोटे अब अपराध को नजरअंदाज करना महंगा पड़ता है। जो अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें शाबाशी दीजिए। आज के दौर में पुलिस के कार्य में तकनीक का इस्तेमाल जरूरी है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चले किसान आंदोलन तो ठीक है जहां कानून व्यवस्था की बात आएगी वहां पुलिस अपना काम करेगी।
उत्तर प्रदेश में पुलिसिंग का लम्बा अनुभव रखने वाले डीजीपी मुकुल गोयल को इसका लाभ भी मिला। 1987 बैच के आइपीएस अफसर मुकुल गोयल का नाम तीन अफसरों में से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुना। मुकुल गोयल हाल ही में बीएसएफ में एडीशनल डीजी थे। उत्तर प्रदेश में वह एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ ही कई जिलों में एसएसपी तथा एसपी भी रहे हैं। मुकुल गोयल अब डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी की जगह लेंगे जो बुधवार को रिटायर हो गए। मुकुल गोयल का कार्यकाल फरवरी 2024 तक है। उत्तर प्रदेश में उनके पास काम करने के लिए अभी करीब ढाई वर्ष का कार्यकाल है।