त्रिपुरा में बेकाबू नफरती भीड़ का मस्जिदों पर हमला, मुसलमानों की कई दुकानें जलाईं

द लीडर : त्रिपुरा के हालात बेहद खौफनाक हैं. नफरती भीड़ सप्ताह भर से अल्पसंख्यक मुसलमानों को निशाना बना रही है. मस्जिद और घरों पर हमले किए जा रहे हैं. उनकी दुकानों में आग लगाई जा रही है. मंगलवार को भी एक मस्जिद पर हमला और कई दुकानों को आगे के हवाले कर दिया गया है. लेकिन राज्य सरकार हिंसाजीवियों के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाने का साहस नहीं जुटा पा रही है. (Mob Attacked Mosque Tripura)

मंगलवार को उत्तरी त्रिपुरा के छमत्तिला में विश्व हिंदू परिषद ने एक रैली निकाली. जो बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पर अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले के विरोध में थी. इसी रैली में शामिल भीड़ हिंसक हो गई. और पानीसागर की एक मस्जिद को निशाना बनाया है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मस्जिद पर हमले के अलावा कई दुकानों को जला दिया गया.

 

एक्सप्रेस ने पानीसागर के एसडीपीओ का बयान प्रकाशित किया है. जिसमें कहा कि, वीएचपी की रैली में करीब 3500 की भीड़ शामिल थे. जिसके एक समूह ने दो दुकानों को आग लगा दी. मस्जिद और घरों को निशाना बनाया.


इसे भी पढ़ें- त्रिपुरा में हिंदुत्वादी संगठनों का तांडव, मुसलमानों के खिलाफ हिंसा-मस्जिदों में तोड़फोड़


 

त्रिपुरा में 21 अक्टूबर से हिंसा भड़की हुई है. हिंदुत्वादी संगठन बांग्लादेश की घटना के विरोध में रैलियां निकाल रहे हैं. और राज्य के अल्पसंख्यक मुसलमानों को निशाने पर लिए हैं.

त्रिपुरा हिंसा में दुकान-मकानों को जलाती भीड़.

इससे पहले गोमती, धर्मनगर और पश्चिमी अगरतला के विभिन्न इलाके की 7 मस्जिदों के अलावा कई मुसलमानों के घरों पर हमलों की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. बीते शुक्रवार को जमीयत उलमा-ए-हिंद ने राज्य सरकार को एक मांग पत्र दिया था. जिसमें मुसलमानों के खिलाफ हिंसा रोकने की अपील की थी. (Mob Attacked Mosque Tripura)

जमीयत की मांग पर पुलिस प्रशासन ने 151 मस्जिदों को सुरक्षा दिए जाने का दावा किया. लेकिन हिंसा जारी है. मस्जिदें सुरक्षित हैं, न ही आम मुसलमान और उनकी संपत्ति.

पानीसागर में उत्पाती भीड़ का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें कई दुकानें सुलग रही हैं. और भीड़ कुछ भी करने पर आमदा नजर आ रही है. कई और वीडियो हैं, जोह रूह कंपाने वाले हैं.

राज्य सप्ताह भर से हिंसा में सुलग रहा है. लेकिन त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव या उनकी सरकार की ओर से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है. शायद यही वजह है कि हिंदुत्वादी संगठनों के हौसले बुलंद हैं. और वे अल्पसंख्यकों के खिलाफ सड़कों पर उपद्रव मचाए हुए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस में बीजीपे प्रवक्ता नाबेंदु भट्टाचार का बयान भी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हमें पुलिस पर भरोसा है और वो जरूरी कार्रवाई करेगी. लेकिन राज्य को आग में सुलगते हुए सप्ताह बीत चुका है. और पुलिस भी पूरे मामले को डील करने में नाकाम साबित हो रही है. दूसरी तरफ राज्य के अल्पसंख्यक खौफजदा हैं. (Mob Attacked Mosque Tripura)

 

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Ateeq Khan

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