तृणमूल कांग्रेस की शहीद दिवस रैली आज , कार्यक्रम में हिस्सा लेने कोलकाता पहुंचे अखिलेश यादव

द लीडर हिंदी : लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया. जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव के हौसले काफी बुलंद नजर आ रहे है. अपनी पार्टी को और भी ज्यादा मजबूत बनाने की कवायद में वो कोलकाता पहुंचे.पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के धर्मतल्ला इलाके में रविवार को तृणमूल कांग्रेस की तरफ से शहीद रैली का आयोजन किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इसमें हिस्सा लेने के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं. बता दें कि तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाती है. जिसमें हिस्सा लेने अखिलेश यादव पहुंचे.बतादें इस रैली के लिए शनिवार से ही राज्य के विभिन्न इलाकों से ट्रेनों और बसों के ज़रिए लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था.

इन सबके लिए अलग-अलग इलाकों में ठहरने और खाने-पीने का इंतज़ाम किया गया था. उसके बाद आज सुबह से ही यह लोग रैली की शक्ल में धर्मतल्ला पहुंच रहे हैं.रैली में उमड़ने वाली भीड़ के कारण महानगर में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त होने का अंदेशा है. पुलिस ने कई इलाक़ों में वाहनों की आवाजाही नियंत्रित कर दी है.रविवार होने के कारण ज़्यादातर बाज़ार, दुकान और दफ्तर बंद हैं. महानगर की सड़कों पर बसों, टैक्सियों और निजी वाहनों की तादाद उंगलियों पर गिनने लायक है.युवा कांग्रेस प्रमुख रहते ममता बनर्जी ने 21 जुलाई 1993 को राइटर्स अभियान की अपील की थी. तब इस अभियान के दौरान 13 बेकसूर युवक पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे.

उसके बाद कांग्रेस से नाता तोड़ने के बावजूद ममता हर साल उस दिन शहीद दिवस मनाती रही हैं. उस घटना ने ममता की भावी राजनीति की राह साफ़ करने और क़रीब 18 साल बाद उनके सत्ता के शिखर पर पहुंचने की नींव डाली थी.ममता बनर्जी ने रेल मंत्री रहते उन युवकों, जिसे पार्टी शहीद मानती है, के परिजनों को रेलवे में नौकरी दी थी. हर साल रैली के मौके़ पर उनके परिजनों को भी मंच पर बिठाया जाता है.तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी हर साल इस रैली से कुछ नया ऐलान करती रही हैं. उन्होंने कहा है कि इस साल यह रैली देश बचाने के लिए है.अब राजनीतिक पर्यवेक्षकों की निगाहें इस बात पर लगी हैं कि केंद्रीय राजनीति के संदर्भ में ममता इस रैली में क्या कहती हैं. इस साल हुए लोकसभा चुनाव और चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत के बाद पार्टी की यह पहली रैली है.

Abhinav Rastogi

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