द लीडर हिंदी : दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मामले में राष्ट्रीय राजधानी के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई चली.जिसमें दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बीआरएस नेता के कविता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज ऐवन्यू कोर्ट में पेश हुए. कोर्ट ने दोनों आरोपियों को बड़ा झटका देते हुए दोनों की न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ा दी. बतादें आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया और के कविता की न्यायिक हिरासत खत्म हो गई थी, जिसके बाद उन्हें पेश किया गया है.वही बात करे मनीष सिसोदिया की तो वो अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं. सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था. वहीं, ईडी ने 9 मार्च 2023 को सीबीआई की एफआईआर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. 28 फरवरी 2023 को सिसोदिया ने दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उधर, के कविता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 मार्च को उन्हें हैदराबाद के बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था.
जानिए क्या है शराब नीति घोटाला?
आपको बता दें कि कोरोना काल के बीच दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने ‘दिल्ली आबकारी नीति 2021-22’ लागू की थी. इस शराब नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितता की शिकायतें आईं जिसके बाद उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की. इसके साथ ही दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 सवालों के घेरे में आ गई. हालांकि, नई शराब नीति को बाद में इसे बनाने और इसके कार्यान्वयन में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रद्द कर दिया गया था.
जानें कैसे शुरू हुई जांच ?
बतादें सीबीआई ने अगस्त 2022 में इस मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ नियमों के कथित उल्लंघन और नई शराब नीति में प्रक्रियागत गड़बड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की. बाद में सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के संबंध में ईडी ने पीएमएलए के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच शुरू कर दी. ईडी और सीबीआई दिल्ली सरकार की नई शराब नीति में कथित घोटाले की अलग-अलग जांच कर रही हैं. ईडी नीति को बनाने और लागू करने में धन शोधन के आरोपों की जांच कर रही है.वहीं, सीबीआई की जांच नीति बनाते समय हुई कथित अनियमितताओं पर केंद्रित है.वही इसी मामले में दिल्ली के सीएम केजरीवाल भी सीबीआई की हिरासत में है.