महाराष्ट्र : मुस्लिम आरक्षण पर भाजपा सांसद ने शिव सेना को क्यों कहा हुसैन सेना, जिस पर आ रहीं तीखी प्रतिक्रियाएं

द लीडर : महाराष्ट्र सरकार में कथित मुस्लिम आरक्षण को लेकर भाजपा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने शिवसेना को हुसैन सेना करार दिया है. उनके इस विवादित बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. ‘सिन्हा के कहा कि शिव सेना की सरकार मुस्लिम समाज को धर्म के आधार पर आरक्षण के लिए अध्यादेश ला रही है. अब ये शिव सेना नहीं हुसैन सेना के नाम से जानी जाएगी.’

सांसद सिन्हा की ये प्रतिक्रिया महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक के उस बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने इकोनॉमिक्स टाइम्स से कहा था कि महाराष्ट्र सरकार मुसलमानों को शिक्षा में 5 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने पर विचार कर रही है.

राकेश सिन्हा के इस ट्वीट पर झा जी मैथिल नामक ट्वीटर यूजर ने लिखा-आप भी तो जाति आधारित आरक्षण के हिमायती हैं. क्या पिछड़ापन जाति देखकर आता है. तब तो राजनीति है, जिसको जहां वोटबैंक दिख जाता है, वहीं कोशिश में जुट जाता है. एससी-एसटी से आप क्या आप अनभिज्ञ हैं?


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संजीव पाराशर नामक एक यूजर ने राकेश सिन्हा को जवाब में कहा-धर्म का ठेका आप लोगों ने ले रखा है. दूसरे धर्म के लोग क्या इंसान नहीं हैं? तुम लोग कितना बांटोगे देश को. अपने राष्ट्रपति रहे कलाम साहब की देशभक्ति पर भी सवाल उठाओगे क्या.

अरविंद पाठक ने राकेश सिन्हा को टैग करते हुए कहा, किसी का हिस्सा काट कर किसी को दे देना रोजगार का प्रबंधन नहीं, प्रबंधन के नाम पर सरकार अपनी नाकामी छुपाती है. सरकार के पास अगर विल पावर, विशेषज्ञ, योग्य मंत्री, सक्षम अधिकारी और साफ नीयत है तो नए रोजगार का सृजन करे. किसी भी समुदाय को मूर्ख न बनाये.

सुदाम भोसले नामक यूजर ने लिखा-आप एक राज्यसभा सदस्य होकर भी इस महामारी में कहीं भी बेड का इंतजाम करते. वेंटीलेटर जुटाते नहीं दिखे. आप सिर्फ हिंदू मुस्लिम कर सकते हैं. विकास करना नहीं जानते हैं. खैर कोविड की दूसरी लहर में उद्धवजी ठाकरे जैसा प्रबंधन किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किया है.

Ateeq Khan

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