Lata Mangeshkar Death: नहीं रहीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर, पीएम मोदी समेत कई ने दी श्रद्धांजलि, दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित

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द लीडर। देश की मशहूर गायिका और स्वर कोकिला से जाने जानी वाली लता मंगेशकर का निधन हो गया है। उनके निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है। राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट करके ये जानकारी दी। बीते दिन उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था, जिसके बाद उन्हें आईसीयू से वेंटिलेटर में रखा गया था।


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पीएम ने दी श्रद्धांजलि

पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।”

 

पीएम बोले- मेरा दुख शब्दों से परे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, मेरा दुख शब्दों से परे है. दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी.

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जताया दुख

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा, भारत रत्न, लता-जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी.

गडकरी बोले- उन्होंने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा

नितिन गडकरी ने कहा, देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है. पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी. उन्होंने कहा, 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है. लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी.

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, सब देशवासियों की तरह मेरे लिए भी उनका संगीत बहुत ही प्रिय रहा है, मुझे जब भी समय मिलता है मैं उनके द्वारा गाए गए नगमें जरूर सुनता हूं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को सांतवना दे.


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राहुल गांधी बोले- उनकी सुनहरी आवाज अमर है

राहुल गांधी ने कहा, लता मंगेशकर के निधन की दुखद खबर मिली. वह कई दशकों तक भारत की सबसे प्रिय आवाज बनी रहीं. उनकी सुनहरी आवाज अमर है और उनके प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और फैन के साथ.

सीएम योगी ने जताया दुख

यूपी के सीएम योगी ने ट्वीट किया, स्वर कोकिला, ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें.

अमर रहेंगी लता मंगेशकर

लता मंगेशकर के निधन पर तमाम राजनीतिक और बॉलीवुड इंडस्ट्री के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि लता मंगेशकर हमेशा अमर रहेंगी। वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आज मैं मुंबई आया था और दुख भरा समाचार सुना। संगीत की दुनिया में उनके योगदान को कोई भुला नहीं सकता।

बॉलीवुड इंडस्ट्री ने जताया दुख

लता मंगेशकर के निधन के समाचार से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है। तमाम संगीतकारों ने उनके निधन को बड़ी क्षति बताया है। इससे पहले शनिवार की रोज लता की बहन आशा भोंसले ने अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था। जब आशा अस्पताल से बाहर निकलीं थी तो उनके चेहरे पर मायूसी से अंदाजा लग गया था कि लता मंगेशकर की हालत ठीक नहीं है। उसके बाद रविवार यानि आज लता मंगेशकर के निधन की पुष्टि हुई।

1942 में शुरू किया था करियर

लता ने 13 साल की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरूआत की थी। उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से अधिक गाने गाए हैं। सात दशक के अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे गाने गाये हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में हैं। इनमें ”अजीब दास्तां है ये’ ‘प्यार किया तो डरना क्या’ और ‘नीला आसमां सो गया’ शामिल है। उन्होंने अपना पहला गाना मराठी फिल्म के लिए रिकॉर्ड किया था. लता मंगेशकर ने अपने करियर में मधुबाला से लेकर प्रियंका चोपड़ा सभी के लिए गाना गाया है. उन्होंने कई बॉलीवुड एक्ट्रेस के लिए अपनी आवाज दी है.


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7 दशक के करियर में जीते ये अवॉर्ड्स

लता जी के करियर की शुरुआत अभिनय से हुई थी. पर जैसे मानों किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. मुंबई आकर उन्हें सिंगिंग में हाथ आजमाने का मौका मिला. इसके बाद उन्होंने सुपरहिट गानों की लंबी लाइन लगा दी. म्यूजिक लवर्स के लिये वो सिर्फ गायिका नहीं, बल्कि देवी थीं. आज भी कई लोग ऐसे हैं, जिनके दिन की शुरुआत उनके गाने सुने बिना नहीं होती. संगीत की दुनिया की शान लता मंगेशकर को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका था. लता मंगेशकर अपनी गायिकी से लगातार ये साबित करती रहीं कि वो एक नहीं, बल्कि कई अवॉर्ड्स की हकदार हैं.

• फिल्मफेयर पुरस्कार (1958, 1962, 1965, 1969, 1993 और 1994)
• राष्ट्रीय पुरस्कार (1972, 1975 और 1990)
• महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार (1966 और 1967)
• 1969 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
• 1989 में उन्हें फ़िल्म जगत का सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’ दिया गया।
• 1993 में फिल्मफेयर के ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 1996 में स्क्रीन के ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 1997 में ‘राजीव गांधी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 1999 में पद्मविभूषण, एन.टी.आर. और ज़ी सिने के ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 2000 में आई. आई. ए. एफ.(आइफ़ा) के ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
• 2001 में स्टारडस्ट के ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’, नूरजहांं पुरस्कार, महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
• 2001 में भारत सरकार ने आपकी उपलब्धियों को सम्मान देते हुए देश के सर्वोच्च पुरस्कार “भारत रत्न” से आपको विभूषित किया।

देश में शोक की लहर

लता के जाने से हर ओर सन्नटा और मातम पसरा है. स्वरा कोकिला ने लोगों पर अपनी आवाज का जादू ऐसे बिखेरा है कि उन्हें कभी चाहकर भी नहीं भूला सकता. वो कहीं भी रहें, लेकिन उनके सदाबहार गाने हमेशा हमें उनकी याद दिलाते रहेंगे.


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