द लीडर : मोदी सरकार मंत्रिमंडल विस्तार से पहले केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने इस्तीफा दे दिया है. आज यानी बुधवार की शाम को ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. और इसमें कई नए चेहरे शामिल होंगे. संतोष गंगवार उत्तर प्रदेश के बरेली से आठ बार के सांसद हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री बनाए गए थे.
सहृदय धन्यवाद करता हूँ, माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का, मंत्री परिषद के समस्त सहयोगियों का, देवतुल्य जनता का, जिनके सहयोग, मार्गदर्शन एवं स्नेह से मुझे पिछले सात वर्षों में निरंतर कार्य करते रहने का संबल प्राप्त हुआ।
— Santosh Gangwar (@santoshgangwar) July 7, 2021
संतोष गंगवार भाजपा के कद्दावर नेता हैं. और वह अटल सरकार में पेट्रोलियम राज्य मंत्री रह चुके हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह कपड़ा मंत्री और बाद में वित्तराज्य मंत्री बनाए गए थे. दूसरे कार्यकाल में उन्हें श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था.
पिछले दिनों ही द लीडर हिंदी के साथ एक खास इंटरव्यू में संतोष गंगवार ने अपने मंत्रालय के जरिये श्रमिकों के हितों में तमाम योजनाओं का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि अभी तक असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का कोई डाटा नहीं था. लेकिन लॉकडाउन में ये जो समस्या सामने आई है. उसके बाद हम इसका अध्ययन कर रहे हैं. और ये प्रयास कर रहे हैं कि एक स्थान से दूसरे राज्य में जाने वाले श्रमिक कितने हैं. और क्या काम करते हैं. उनकी क्या स्थिति है. इसका सही आकलन किया जा रहा है.
श्रमिकों के काम के घंटों को लेकर उन्होंने कहा था कि सप्ताह में 48 घंटे ही काम करना होगा. यानी ये एक सीमा है. इतने ही समय काम होगा. इससे ज्यादा नहीं.
बरेली की राजनीति के चाणक्य
एक नवंबर 1948 को जन्में संतोष गंगवार रुहेलखंड में राजनीति के चाणक्य माने जाते हैं. बरेली से आठ बार सांसद रहे हैं. पहली बार 1989 में 9वीं लोकसभा के लिए सांसद निर्वाचित हुए थे. और लगातार 2009 तक जीत दर्ज की. 2009 में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2014 और 2019 के चुनावों में जीतकर संसद पहुंचे. और मंत्री बनाए गए.
13वीं लोकसभा में वह पेट्रोलियम और नैचुरल गैस और संसदीय कार्यमंत्री रहे. उन्होंने भाजपा की सरकारों में साइंस एंड टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल, वित्तराज्य और श्रम एवं रोजगार मंत्री जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का दायित्व संभाला है.