द लीडर हिंदी: कोलकाता रेप और मर्डर कांड के विरोध में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच आखिरकार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को झूकना ही पड़ा.सीएम ने रेप और मर्डर केस में लीपापोती करने वाले कोलकाता के अधिकारियों पर एक्शन देने को तैयार हो गई है. दरअसल पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में हड़ताली जूनियर डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मान ली हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच सोमवार (16 सितंबर) को बैठक हुई.
ममता ने रात करीब 11:50 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वे कोलकाता पुलिस कमिश्नर, हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को हटाने के लिए तैयार हैं.सीएम ममता ने कहा कि मंगलवार शाम 4 बजे विनीत गोयल की जगह नए पुलिस कमिश्नर पद संभालेंगे.
वही CM ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की और कहा कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा.हालांकि, डॉक्टरों का प्रदर्शन मंगलवार को 39वें दिन भी जारी है. वे अधिकारियों को हटाने के औपचारिक आदेश और सुप्रीम कोर्ट में आज मामले की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. एक डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में करप्शन का गिरोह खत्म करने का उनका लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है.
वे स्वास्थ्य सचिव को भी हटाने की मांग कर रहे हैं.इसी बीच उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच पर एक वस्तु स्थिति रिपोर्ट सौंपने का मंगलवार को निर्देश दिया, जहां पिछले महीने एक प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी.शीर्ष न्यायालय ने दुष्कर्म तथा हत्या की घटना के संबंध में सीबीआई द्वारा दाखिल वस्तु स्थिति रिपोर्ट पर भी गौर किया और कहा कि स्थिति का खुलासा करने से आगे की जांच खतरे में पड़ जाएगी.https://theleaderhindi.com/there-is-only-one-chief-minister-of-delhi-and-his-name-is-arvind-kejriwal/