लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Uniform Civil Code पर क्या दिये संकेत-जानें

द लीडर हिंदी : जश्न-ए-आजादी के इस खास मौके पर देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की पिच तैयार हो गई है. क्योकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले से साफ संकेत दे दिए कि उनकी सरकार देश में यूसीसी लाने की तरफ कदम बढ़ाने जा रही है. पीएम ने संविधान निर्माताओं, संविधान की भावना और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि देश में भेदभाव वाले कानून लागू नहीं रह सकते.आपको बतादें भले ही 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी इस बार अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी हो, लेकिन उसने अपने कोर एजेंडे को नहीं छोड़ा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीसरी सरकार के पहले स्वंत्रता दिवस समारोह में साफ संकेत दिया है कि अब देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की तरफ तेजी से कदम बढ़ेगा.क्योकि स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड और एक देश एक चुनाव पर चर्चा की.उन्होंने कहा, “हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड पर चर्चा की है. इसे लेकर कई बार आदेश दिए हैं.”प्रधानमंत्री ने कहा, “देश का एक बहुत बड़ा वर्ग मानता है और इसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं वो एक तरह से कम्युनल सिविल कोड है. भेदभाव करने वाला सिविल कोड है.”प्रधानमंत्री ने कहा, “इस गंभीर विषय पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए. ऐसे क़ानून जो धर्म के आधार पर देश को बाँटते हों, जो ऊंच-नीच का कारण बनते हों. ऐसे कानूनों का आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता.

”पीएम मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. हमने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं. अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा.इसके अलावा पीएम मोदी ने देश में एक समय पर चुनाव कराने की भी वकालत की.उन्होंने कहा, “देश में बार-बार चुनाव गतिरोध पैदा कर रहे हैं. हर छह महीने में कहीं न कहीं चुनाव हो रहे हैं. इसलिए देश में व्यापक चर्चा हुई है. सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा.”https://theleaderhindi.com/pm-modi-said-on-jashn-e-azadi-the-lovers-of-freedom-gave-us-the-privilege-of-breathing-freedom-today/

Abhinav Rastogi

पत्रकारिता में 2013 से हूं. दैनिक जागरण में बतौर उप संपादक सेवा दे चुका हूं. कंटेंट क्रिएट करने से लेकर डिजिटल की विभिन्न विधाओं में पारंगत हूं.

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