बरेली में स्कूटी सवार लड़की का किडनेप, क़त्ल, पुलिस पर सवाल

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द लीडर हिंदी : यूपी के ज़िला बरेली में एक ऐसा क़त्ल हुआ है, जिसने पुलिस को भी शक के घेरे में खड़ा कर दिया है. वो लड़की जिसका स्कूटी से जाते वक़्त कार से अपरहण किया गया. तब जबकि वो फुफेरी बहन के साथ जा रही थी. उसे नवाबगंज में परचून का थोक व्यापारी बताया जा रहा मोनू गुप्ता ले गया था. लड़की की बहन का कहना है कि हमने थाना हाफ़िज़गंज जाकर पुलिस को बताया. पुलिस हमसे कहती रही, भाग गई होगी, बालिग़ है. मिन्नतें करते रहे लेकिन प्रभारी से लेकर कोई भी पुलिस वाला हमारी बहन के तलाश करने के लिए थाने से बाहर नहीं गया. आख़िरकार बहन को बेरहमी के साथ मार दिया गया. धारदार हथियार से वार किया. उसकी अंगुलियां तक काट दी गईं. इसके बाद उसे पानी में डुबोकर मारा गया है. जब युवती की लाश मिली और पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने लगी तो परिजन अड़ गए.

पुलिस को मशक़्क़त करनी पड़ी. मृतिका की बहन और अन्य लोग ज़मीन पर बैठकर पुलिस पर इल्ज़ाम लगाते रहे. जैसे-तैसे लाश पोसटमॉर्टम हाउस आई तो यहां भी हंगामा होता रहा. वही एसपी नार्थ मुकेश चंद्र मिश्र ने यक़ीन दिलाया है कि हत्याभियुक्तों को जल्द पकड़ लिया जाएगा. अपहरण के बाद किए गए सनसनीख़ेज़ क़त्ल में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आख़िर जब जान पहचान थी तो मोनू गुप्ता ने उसे मार क्यों दिया. मोनू गुप्ता के पुलिस के साथ ठीकठाक संबंध बताए जा रहे हैं. यही वजह है कि इस क़त्ल को लेकर पुलिस पर सवाल भी उठ रहे हैं.

थाना हाफ़िज़गंज पुलिस के लिए राहत वाली बात यही है कि वो युवती की लाश मिलने से पहले मुक़दमा दर्ज कर चुकी थी. लेकिन इसमें अपहरण की बात नहीं है. यह मुक़दमा युवती के भाई अरुण कुमार ने लिखाया है. इसमें उनका कहना है कि मेरी बहन लक्ष्मी बुआ कि लड़की के साथ बरेली से शॉपिंग करके लौट रही थी. हाफ़िज़गंज तिराहा से आगे मोनू गुप्ता उसे बहला फुसलाकर अपनी कार में बैठाकर ले गया. पुलिस अब इस मुक़दमे को तरमीम करेगी. उससे पहले उसे यह राज़ भी फ़ाश करना होगा कि नवाबगंज में सरदारनगर की रहने वाली लक्ष्मी का क़त्ल क्यों किया गया है.