द लीडर हिंदी: भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में नफरत और हिंसा की आग धधक रही है. और उस आग में वहां की जनता सुलग रही हैं. वहा के छात्रों का प्रदर्शन आज उस मोड़ पर आ गया है. जहां आखिरकार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर अपना देश छोड़कर ही जाना पड़ गया. क्योकि बांग्लादेश का पूरी तरफ तख्तापलट हो गया है.बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सोमवार को शेख हसीना ने भारत में शरण ली. अब ऐसी खबरें हैं कि वह यहां से लंदन जा सकती हैं. वहीं बांग्लादेश में सेना के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन करने की तैयारी चल रही है और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबीक नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं.
वहीं भारत सरकार ने भी इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक की.इस मामले पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,’’ बांग्लादेश में फिलहाल जो हो रहा है उस पर हमने संसद में सर्वदलीय बैठक में बात की. हमें खुशी है बांग्लादेश के मामले में सरकार के मौजूदा रवैये को सांसदों का पूरा समर्थन मिला.इससे पहले सोमवार की रात को पीएम नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्हें बांग्लादेश में सामने आ रहे हालात के बारे में जानकारी दी गई.वही कैबिनेट की कमेटी की इस उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद थीं.
बता दें बांग्लादेश में जारी हिंसा और सियासी उठापटक को लेकर भारत सरकार ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में केंद्र सरकार ने बताया कि वह बांग्लादेश की स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है.केंद्र ने यह जानकारी सर्वदलीय बैठक में विपक्षी नेताओं को दी. सरकार ने बताया कि अभी बांग्लादेश में 12000 से 13000 भारतीय हैं. हालांकि, देश में स्थिति इतनी भयावह नहीं है कि अपने नागरिकों को वहां से निकालना पड़े. केंद्र सरकार ने कहा कि अभी शेख हसीना पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से विपक्ष संतुष्ट है.