Independence day 15 august 2021 : आला हजरत के मदरसा मंजरे इस्लाम में फहराया तिरंगा

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Independence Day 15 August 2021
आला हजरत के मदरसा मंजरे इस्लाम में स्वतंत्रता दिवस पर छात्र

द लीडर : आजादी का जश्न है. गांव-कस्बा और शहर, हर तरफ शान से तिरंगा लहरा रहा है. उत्तर प्रदेश के बरेली में आला हजरत के मदरसा मंजरे इस्लाम में भी 75वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया. दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां और सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा, प्रधानाचार्य मुहम्मद आकिल रजवी की मौजूदगी में तिरंगा फहराया गया. मुल्क में अमन-चैन, तरक्की और खुशहाली की दुआ हुई. (Independence day 15 august 2021)

मदरसा मंजरे इस्लाम, जिसे जामिया रजविया मंजरे इस्लाम के तौर पर जाना जाता है-की स्थापना 1904 में आला हजरत-इमाम अहमद रजा खां ने की थी. ये दरगाह आला हजरत, अहले सुन्नत व जमाअत की विश्व विख्यात संस्था है. जो शैक्षिक, सामाजिक, धार्मिक और मसलक के क्षेत्र में कार्यरत है.

मदरसा मंजरे इस्लाम में आजादी का जश्न.

आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर मदरसे के मुफ्ती मुहम्मद सलीम ने एक बेहतरीन पहल की. जिसमें लगातार आजादी के परवानों के किरदार से छात्रों को रूबरू कराया जाता रहा. एक सीरीज के तौर पर बीते करीब तीन महीने से ये सिलसिला चल रहा है. इसमें डॉ. एजाज अंजुम, कलाम अहमद का भी सहयोग रहा. (Independence day 15 august 2021)


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स्वतंत्रता दिवस के जश्न के दौरान शिक्षकों ने क्रांतिकारियों को सलाम किया. मुफ्ती सलीम ने अपने संबोधन में आजादी के संघर्ष में नेपाल की भूमिका पर रौशनी डालते हुए कहा कि नेपाल मध्य एशिया का पहला ऐसा देश है, जो अंग्रेजों की गुलामी से बचा रहा. सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक एतवार से भी भारत के बेहद करीब है.

इतने नजदीक कि भारत-नेपाल के रिश्तों की व्याख्याल रोटी और बेटी के रिश्ते के तौर पर की जा सकती है. कारोबारी और रोजगार के माध्यम से भी दोनों देश जुड़े हैं. यहां तक कि स्वतंत्रता की लड़ाई में भारतीय क्रांतिकारियों को नेपाल का सहयोग मिलता रहा.

1857 की जंग में जब अंग्रेजी सेना ने अवध पर हमला किया. नवाब वाजिद अली शाह को पकड़कर कोलकाता ले गए. ऐसे समय में बेगम हजरत महल ने ब्रिटिश फौज से लखनऊ को सुरक्षित रखने के लिए संघर्षरत रहीं. उस वक्त नेपाल ही था, जिसने बेगम हजरत महल को पनाह दी. 1879 में उनकी मृत्यु हो गई. उन्हें कश्मीरी मस्जिद से सटे कब्रिस्तान में खामोशी के साथ उन्हें दफन किया गया.

दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुफ्ती अफरोज आलम, सय्यद कफील हाशमी, सय्यद शाकिर अली, मुफ्ती मोईन, मुफ्ती जमाल, मौलाना अय्यूब खान नूरी, मौलाना अख्तर, सय्यद जुल्फी आदि मौजूद रहे. छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. (Independence day 15 august 2021)

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