
द लीडर हिंदी: बरेली मंडल की कमिश्नर सौम्या अग्रवाल को तब कलेक्ट्रेट में बाबू कंप्यूटर पर गाने सुनते मिल गए. जब वो अचानक निरीक्षण करने पहुंची थी. उन्होंने इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की. कमिश्नर को कलेक्ट्रेट में आयोग से आने वाली शिकायतों की पेंडेंसी भी मिली. उन्होंने जिलाधिकारी को कई बाबू पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इससे कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया.
कमिश्नर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट का औचक निरीक्षण कर विभिन्न पटलों की कार्यप्रणाली का गहनता से अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने पाया कि आयोग से आने वाली शिकायतों की पेंडेंसी अपेक्षाकृत अधिक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस पर तत्काल प्रभाव से सुधार किया जाए। साथ ही शासन से प्राप्त पत्रों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
सर्विस बुक और रजिस्टरों के रखरखाव पर विशेष जोर
कमिश्नर ने कर्मचारियों की सर्विस बुक और जीपीएफ पासबुक को सुव्यवस्थित तरीके से रखने की हिदायत दी। पटल सहायकों को निर्देशित किया गया कि सभी रजिस्टरों को नियमित रूप से अपडेट किया जाए और पुराने प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण किया जाए।
पुराने सरकारी पत्रों की अलग से सूची तैयार करने के निर्देश
उन्होंने यह भी कहा कि जिन शासकीय पत्रों को एक वर्ष से अधिक समय से निस्तारित नहीं किया गया है, उन्हें अलग से रजिस्टर में दर्ज किया जाए। साथ ही सभी निरीक्षणों की अनुपालन आख्या को भी रिकॉर्ड में सम्मिलित करने के निर्देश दिए।
शस्त्र रिन्यूवल की पेंडेंसी पर फटकार
असलाह (शस्त्र) रिन्यूवल की पेंडेंसी अधिक पाए जाने पर संबंधित पटल सहायक को कड़ी फटकार लगाई गई। वहीं, निरीक्षण के दौरान एक कर्मचारी को कंप्यूटर पर गाने सुनते पाया गया, जबकि पेंशन प्रकरण एवं रजिस्टर कार्य अधूरा पाया गया। इस लापरवाही पर कमिश्नर ने दोनों कर्मचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे अफसर
इस अवसर पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पूर्णिमा सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संतोष बहादुर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला सहित कलेक्ट्रेट के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।