कैसी होगी पाकिस्तान की हुकूमत, जानिए नवाज के पीएम ना बनने की वजह

द लीडर हिंदी : पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए. चुनाव का नतीजा ये निकला की किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला. इसलिए जोड़ तोड़ की सरकार ही वहाँ बन रही है. 13 फरवरी को देर शाम पीएमएल एन और पीपीपी के बीच यह सहमति बन गई कि दोनों मिल कर सत्ता में भागीदारी करेंगे.

खबर के मुताबीक पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं. अगर पीएमएल-एन और पीपीपी में गठबंधन के बाद अगर स्थिति में बदलाव नहीं होता है तो देश में पीएमएल-एन पार्टी का प्रधानमंत्री और पीपीपी का राष्ट्रपति देखने को मिलेगा. मंगलवार रात को सभी को चौंकाते हुए नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का एलान किया.

बता दें नवाज शरीफ के पीएम बनने की सबसे ज्यादा उम्मीद थी.लेकिन चुनाव नतीजों के बाद नवाज शरीफ ने भाई को कैंडिडेट बनाया.वही नवाज के पीएम ना बनने की वजह, पार्टी का बहुमत से दूर रहना बताया जा रहा.बता दें पीएमएल-एन के साथ गठबंधन को लेकर लगातार बैठकें जरदारी कर रहे थे.वही आठ फरवरी को पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में खंडित जनादेश मिला था और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. तो ऐसे में पाकिस्तान में गठबंधन सरकार का बनना तय था.

इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है, लेकिन नेशनल असेंबली की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद पीटीआई की सरकार नहीं बन पाएगी. पीपीपी अध्यक्ष जरदारी (68 साल) साल 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रह चुके हैं. हालांकि पाकिस्तानी मीडिया में बीते दिनों ऐसी खबरें आ रहीं थी कि पीएमएलएन के साथ गठबंधन सरकार बनाने को लेकर पीपीपी में दो फाड़ है और खुद बिलावल भुट्टो जरदारी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन असिफ अली जरदारी गठबंधन करने के पक्ष में थे और लगातार पीएमएल-एन नेतृत्व के साथ बैठकें कर रहे थे.

अभी तक जो मामले तय हुए हैं, उसके मुताबीक शाहबाज शरीफ वजीर ए आजम बनेंगे तो आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के नए सदर चुने जाएंगे. यानि 18 महीने सरकार चला चुकी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) फिर से हुकूमत में आएगा, भले ही इस बार गठबंधन में कुछ नए चेहरे शामिल हों.

आरिफ अल्वी इसी महीने के आखिर में पद छोड़ेंगे
बता दें पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी इस महीने के लास्ट तक अपना पद छोड़ने वाले हैं. मंगलवार रात पीएमएल-एन ने पार्टी प्रमुख और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय उनके भाई 72 साल के शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया. 74 वर्षीय नवाज़ शरीफ रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की कोशिश में थे और ब्रिटेन में स्व-निर्वासन समाप्त कर पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौटे थे.

Abhinav Rastogi

Related Posts

बरेली में केलाडांडी का माहौल जांचने पहुंचे डीएम-एसएसपी

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में जुमे के दिन जिस केलाडांडी गांव में मस्जिद बनाम विवादित स्थल का तनाज़ा खड़ा हुआ, वहां माहौल का जायज़ा लेने के लिए…

बरेली में बिना रंजिश क्यों क़त्ल किए गए सेना के रिटायर्ड माली

द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में कैंट के मिलिट्री डेयरी फॉर्म के पास झोंपड़ीनुमा कमरा बनाकर रहने वाले बुज़ुर्ग रिटायर्ड माली की लाश मिली है. तब जबकि उन्हें…