द लीडर : गृह मंत्रालय ने किसान आंदोलन स्थल-सिंघु बॉर्डर, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर क्षेत्र की इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं. 31 जनवरी तक ये रोक लागू रहेगी. हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद किया जा चुका है. किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने सरकार के इस कदम की निंदा की है. उन्होंने कहा कि कभी बिजली बंद कर देते हैं तो कभी पानी रोक दिया जाता.
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 66 दिनों से हजारों किसान इन बॉर्डरों पर आंदोलनरत हैं. वे कानूनों को रद किए जाने की मांग उठाए हैं. सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की बातचीत बेनतीजा रही है. हालात ये हैं कि अब बॉर्डर स्थलों पर तनाव की घटनाएं सामने आने लगी हैं.
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सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार और शुक्रवार-इन दोनों दिनों में उपद्रवियों की एक भीड़ जबरन आंदोलन हटवाने पहुंची. झड़प के बीच किसान और पुलसकर्मियों को चोटें भी आई हैं. शुक्रवार की रात एक प्रेस कांफ्रेंस में किसान नेताओं ने कहा था कि इंटरनेट सेवाएं बंद करके सरकार हमारी आवाज को नहीं दबा सकती है. ये मांग की थी कि इंटरनेट चालू किया जाए.
वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत की भावुक वीडियो सामने आने के बाद ये आंदोलन और गति पकड़ने लगा है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि कल बागपत में पंचायत के बाद हम दिल्ली के लिए कूच करेंगे.