द लीडर हिंदी : भारत के कुछ युवा लाखों रुपये कमाने की चक्कर में रूस में जाकर फंसे गए. घर से तो वो निकले थे ये सोचकर वो रूस जाकर लाखों रूपये कमा सकेंगे.लेकिन हुआ कुछ उल्टा. दरअसल उनका दावा है कि एजेंटों ने उन्हें नौकरी के नाम पर बुलाया और फिर उनकी भर्ती रूसी सेना में करा दी. हाल के दिनों में कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर और तेलंगाना से 16 लोग रूस गए हैं. हाल के दिनों में ख़बरें आईं कि रूस यूक्रेन युद्ध में रूसी सैनिकों के साथ भारतीय नागरिक भी हैं, जो उनके साथ युद्ध के मैदान में तैनात हैं.
नौकरी के लालच में रूस की सेना में फंसे भारतीयों के मामले को भारतीय विदेश मंत्रालय ने रूस की सरकार के सामने उठाया है. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि उनके द्वारा मामला उठाए जाने के बाद कई भारतीय नागरिकों को रूस की सेना ने छोड़ भी दिया है. बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कई भारतीय रूस की सेना में काम कर रहे हैं और कई भारतीय यूक्रेन में युद्ध के मोर्चे पर तैनात हैं.
जब की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबीक इन भारतीयों को लाखों रुपये की नौकरी का लालच देकर रूस बुलाया गया था और वहां उन्हें सेना में भर्ती कर लिया गया.वही विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा ‘हमने कुछ त्रुटिपूर्ण मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं, जिनमें कुछ भारतीय रूस की सेना से छुटकारे के लिए मदद मांग रहे हैं. ऐसे हर मामले की जानकारी मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास को दी गई है.वही दूतावास ने इस मामले को रूस की सरकार के सामने उठाया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास के सामने भी मामले को रखा है. इसके फलस्वरूप कई भारतीयों को छोड़ भी दिया गया है.’ विदेश मंत्रालय ने कहा ‘हम इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर देख रहे हैं और रूस की सरकार के संपर्क में हैं ताकि भारतीयों को जल्द से जल्द रूस की सेना से निकाला जा सके.
बतादें भारतीय युवाओं को लाखों रुपये की सैलरी लालच दिया जाता है.वही मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि रूस की सेना में काम कर रहे भारतीयों को रूस की कंपनियों में बतौर हेल्पर काम करने की पेशकश की गई थी. इसके बदले में उन्हें लाखों रुपए की सैलरी की बात कही गई.
वही मोटी सैलरी के लालच में यूपी, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर के कई युवा रूस पहुंच गए. हालांकि रूस गए भारतीय युवाओं को रूस की सेना में शामिल कर लिया गया और कई को मोर्च पर तैनात कर दिया गया.वही अब कई भारतीयों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. नवंबर 2023 से 18 भारतीय रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे हैं.
सोमवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूसी आर्मी में भर्ती किए गए कई भारतीयों को बचा लिया गया है। सेना ने इन्हें रिलीव कर दिया है. मंत्रालय का यह बयान जंग लड़ने यूक्रेन भेजे गए एक भारतीय की मौत के बाद आया है