द लीडर हिंदी : भारत के पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का शनिवार रात 95 साल की उम्र में निधन हो गया. वे कई दिन से बीमार थे और गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे.जहां उन्होंने लंबी बिमारी के बाद अंतिम सांस ली है. एक रिपोर्ट मुताबिक़, पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि नटवर सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जाएगा.नटवर सिंह के निधन पर पीएम मोदी और एस जयशंकर ने भी शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने नटवर सिंह के कूटनीति और विदेश नीति की प्रशंसा की तो वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में उनके योगदान को याद किया. नटवर सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है,
“नटवर सिंह जी के निधन से दुख हुआ है. उन्होंने कूटनीति की दुनिया में और विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.”पीएम मोदी ने कहा है कि ‘वह अपनी बौद्धिकता और लेखन के लिए भी जाने जाते थे. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ओम शांति.’पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह को साल 1984 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था. नटवर सिंह 2004-05 में यूपीए की सरकार में भारत के विदेश मंत्री रहे थे.
बता दें नटवर सिंह ने अपनी किताब ‘वन लाइफ़ इस नॉट एनफ़’ में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री न बनने का एक कारण बताया था, जिसको लेकर काफ़ी विवाद हुआ था.के नटवर सिंह का जन्म 1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था.https://theleaderhindi.com/are-these-not-the-people-of-our-country-if-you-saved-the-country-cant-you-save-some-families/
नटवर सिंह को जयशंकर ने ऐसे याद किया
नटवर सिंह के निधन से राजनीति जगत में शोक की लहर है. देश के प्रति उनके योगदान को याद किया जा रहा है.ऐसे में एस जयशंकर ने नटवर सिंह को याद करते हुए लिखा कि प्रतिष्ठित राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ. उनके कई योगदानों में जुलाई 2005 के भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है. विशेष रूप से चीन पर उनके लेखन ने हमारी कूटनीति में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की. उनके परिवार के प्रति संवेदना.ओम शांति.