तहलका पत्रिका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल को गोवा की सेशन कोर्ट ने दुष्कर्म मामले में किया बरी

द लीडर : तहलका पत्रिका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल को गोवा सेशन कोर्ट ने साढ़े सात साल बाद दुष्कर्म के सभी आरोपों से बरी कर दिया है.

तरुण तेजपाल पर अपनी ही पत्रिका की एक महिला कर्मचारी से गोवा के पांच सितारा होटल की लिफ्ट में यौन शोषण करने का आरोप लगा था.

गोवा के मापुसा के सेशन कोर्ट की एडिशनल जज क्षमा जोशी ने इस साढ़े सात साल पुराने केस में पिछले महीने फैसला सुरक्षित रखा था. मामले में गोवा पुलिस का पक्ष स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर फ्रांसिस्को तवोरा ने रखा, वहीं वकील राजीव गोम्ज और आमिर खान ने कोर्ट में तेजपाल का पक्ष पेश किया.

पहले तरुण तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म के मामले में 27 अप्रैल को कोर्ट की ओर से फैसला सुनाया जाना था मगर कोरोना संक्रमण के कारण कोर्ट में स्टाफ की कमी थी इसलिए फैसले को स्थगित कर दिया गया था.

21 मई को सेशन कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए तरुण तेजपाल को दुष्कर्म व यौन शोषण के सभी आरोपों से बरी कर दिया है.

उधर, विशेष लोक अभियोजक फ्रांसिस्को तवोरा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार आदेश को देखने के बाद तहलका के पूर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल को दुष्कर्म मामले में बरी किए जाने के आदेश को चुनौती देगी.

यह है पूरा मामला

तहलका पत्रिका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल के साथ काम करने वाली एक युवती ने उन पर वर्ष 2013 में गोवा के एक फाइव स्टार होटल की लिफ्ट में यौन शोषण का आरोप लगाया था. यह मामला उस वक्त काफी सुर्खियों में रहा था. इसके बाद 30 नवंबर 2013 को तरुण तेजपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. मई 2014 में तरुण तेजपाल को जमानत मिल गई थी जिसके बाद वह जेल से बाहर आ गए थे.

कौन है तरुण तेजपाल

तरुण तेजपाल भारत के प्रसिद्ध पत्रकार हैं वह इंडियन एक्सप्रेस इंडिया टुडे आउटलुक जैसे नामी पत्रकारिता संस्थानों में काम कर चुके हैं उनके पास पत्रकारिता के क्षेत्र में 30 वर्षों का अनुभव है. वर्ष 2000 में उन्होंने खोजी पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए तहलका डॉट कॉम नाम की वेबसाइट शुरू की थी. वर्ष 2007 में तहलका पत्रिका का संपादन शुरू किया.

ऑपरेशन वेस्ट एंड स्टिंग से मिली थी प्रसिद्धि

तहलका वेबसाइट अपने स्टिंग ऑपरेशन को लेकर कई बार चर्चाओं में रहा. तहलका की ओर से साल 2000 में क्रिकेट में होने वाली फिक्सिंग को लेकर स्टिंग किया था जो काफी सुर्खियों में रहा था.

इसके बाद तहलका की ओर से साल 2001 में रक्षा सौदों को लेकर होने वाली दलाली को लेकर ऑपरेशन वेस्ट एंड स्टिंग किया था. इस स्टिंग ऑपरेशन से तहलका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल को काफी प्रसिद्धि मिली थी. इस स्टिंग के दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने के बाद रक्षा मंत्री को इस्तीफा तक देना पड़ गया था.

Abhinav Rastogi

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