द लीडर : कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले सात महीने से आंदोलनरत किसान, शनिवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलने लखनऊ पहुंचे. किसानों का काफिले बैरिकेड करके रोक दिया गया. पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को राजभवन जाने की इजाजत मिली. इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तार की अफवाह फैली. दिल्ली पुलिस के साथ टिकैत ने अपनी गिरफ्तारी की खबर को गलत बताया है.
संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानों ने लखनऊ में विरोध-प्रदर्शन किया. और राज्यपाल को मांग पत्र देकर कानून वापस लिए जाने की मांग की है.
शनिवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर वाटर कैनर और लाठीचार्ज कर दिया गया. जबकि कर्नाटक में प्रदर्शनरत किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है. चंडीगढ़ प्रदर्शन में किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल, राजिंदर सिंह, कुलदीप सिंह भी शामिल थे. कईयों के चोटें लगने की बात सामने आ रही है.
SHAMEFUL ACT!! Farmers leaders including @BRajewal @Baljit_ITCell Rajinder Singh & Kuldeep Singh entering Chandigarh Governor house were attacked by water cannons & lathi charge. #FarmersProtest #SaveFarming_SaveDemocracy pic.twitter.com/Sc6mDZ9aI2
— Kisan Ekta Morcha (@kisanektamorcha) June 26, 2021
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दिल्ली की सीमाओं पर 7 महीनों से किसानों का धरना-प्रदर्शन चल रहा है. और वे एक सूत्रीय मांग पर अडिग हैं-वो ये कि कानून रद न होने तक आंदोलन जारी रहेगा. दूसरी ओर सरकार भी बार-बार अपना रुख साफ कर रही है कि कानून निरस्त नहीं होंगे. बदलाव के लिए तैयार हैं.
हाल ही में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा था कि किसान जब चाहें बात कर सकते हैं. लेकिन कानून वापस नहीं होंगे. इसके अलावा उनकी जो भी मांगे हैं, उन पर जरूर विचार किया जाएगा.
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दरअसल, गेहूं कटाई और पंचायत चुनाव के बीच आंदोलन से बड़ी संख्या में किसान गांवों का रुख कर गए थे. जो फिर से दिल्ली की सीमाओं के लिए वापसी करने लगे हैं. पिछले दो-तीन दिनों से पश्चिमी यूपी के कई जिलों से गाजीपुर बॉर्डर के लिए ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर किसानों के जत्थे पहुंच रहे हैं.
Farmer leaders at Karnataka detained in High Ground Police Station, BANGALORE#SaveFarming_SaveDemocracy #FarmersProtest pic.twitter.com/ILvlvszyj1
— Kisan Ekta Morcha (@kisanektamorcha) June 26, 2021
शुक्रवार को ही किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि मोदी जी-अब तो आंदोलन की सड़कें घर लगने लगी हैं. और दिनचर्या भी वैसी हो गई है. किसान थकने वाले नहीं हैं. उनसे नफरत छोड़कर आप हक दीजिए.
राकेश टिकैत ने अपनी गिरफ्तारी का किया खंडन
शनिवार को एक खबर बड़ी तेजी से वायरल हुई, जिसमें कहा गया कि किसान नेता राकेश टिकैत को गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे किसानों में बेचैनी पैदा हो गई. और किसान नेताओं के पास इस बारे में फोन कॉल्स पहुंचने लगे. शनिवार को राकेश टिकैत ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मेरी गिरफ्तारी नहीं हुई है. और ये खबर पूरी तरह से गलत है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने भी राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की सूचना को पूरी तरह से भ्रामक बताया था.